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मुरादाबादः प्रदूषण फैला रही जींस की 13 फैक्ट्रियां सील, 11 से 13 लाख का जुर्माना - जींस फैक्ट्रियां पर लाखों का जुर्माना

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में खेती की भूमि को बंजर कर रही 13 जींस की फैक्ट्रियों को प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने सील कर दिया है. दरअसल इन फैक्ट्र्रियाें पर केमिकल युक्त पानी को शुद्ध करने के लिए कोई भी सयंत्र नहीं लगा था.

प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने किया 13 जींस की फैक्ट्ररियों को सील.

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Published : Oct 20, 2019, 7:03 PM IST

मुरादाबादः प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने जींस की रंगाई करने वाले 13 फैक्ट्रियों को सील कर दिया है. दरअसल फैक्ट्री मालिकों ने फैक्ट्री से निकलने वाले केमिकल युक्त पानी को शुद्ध करने के लिए कोई भी सयंत्र नहीं लगा रखा था, जिसकी वजह से खेती की भूमि बंजर होने की कगार पर थी. केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की रिपोर्ट में पानी प्रदूषित होना पाया गया है, जिसके बाद सम्बंधित विभाग ने फैक्ट्रियों को सील कर 11 से 13 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.

प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने किया 13 जींस की फैक्ट्ररियों को सील.

जींस की रंगाई करने वाली 13 फैक्ट्रियां सील

  • जिले के कांठ थाना क्षेत्र में जींस की रंगाई करने की चौदह फैक्ट्रियां हैं.
  • फैक्टरियों से निकलने वाला कैमिकल युक्त पानी को शुद्ध करने के लिए किसी भी प्रकार का सयंत्र फैक्ट्री में नहीं लगा था.
  • सयंत्र न होने की वजह से खादर की खेती की भूमि बंजर होने की कगार पर है.
  • मामले की शिकायत होने पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की टीम ने पानी के सेंपल लेकर लैब में चेक किए.
  • जांच रिपोर्ट में पानी के प्रदूषित होने की पुष्टि पाई गई है.
  • मामले की पुष्टि होने के बाद प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारियों और तहसील प्रशासन ने जींस की रंगाई करने वाली 14 में से 13 फैक्ट्रियों को सील कर दिया.

इसे भी पढ़ें-मुरादाबाद: रामगंगा नदी में प्रदूषण को लेकर सख्ती, 9 जींस फैक्ट्रियों को बंद करने का आदेश

कांठ थाना क्षेत्र में जींस रंगाई की अवैध फैक्ट्री चल रही थी, जिनको नोटिस भी जारी किए गए थे. उसके बावजूद भी फैक्ट्री मालिकों ने केमिकल युक्त पानी को शुद्ध करने के लिए कोई भी सयंत्र नहीं लगा रखा था. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से कोई एनओसी नहीं ले रखी थी. फैक्ट्री सील करने के बाद 13 फैक्ट्री पर 11 से 13 लाख रुपये प्रति फैक्ट्री जुर्माना लगाया गया है. शहर के रिहाइशी इलाकों में भी अवैध भट्टियों को बंद किया गया. समय-समय पर प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है.
-अजय शर्मा, अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

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