मुरादाबाद: CAA और NRC के विरोध में जिले के महिलाएं ईदगाह मैदान में बैठी हुई हैं. शुक्रवार को कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी इन महिलाओं के समर्थम में ईदगाह मैदान पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सीएए के विरोध में सड़कों पर बैठी महिलाओं की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि शाहीन बाग और मुरादाबाद की महिलाएं रानी लक्ष्मीबाई का रोल अदा कर रही हैं. समाज मुस्लिम महिलाओं को घर से निकलने की आजादी नहीं देता, लेकिन आज उन्हीं महिलाओं ने घर से बाहर निकल सरकार को हिला दिया है. हम भी शाहीन बाग और मुरादाबाद के साथ खड़े हैं.
महिलाओं के प्रदर्शन पर बोले इमरान प्रतापगढ़ी. "मैं चुनाव हारा इसका मुझे मलाल नहीं"
शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि मैं बहुत पहले से चाहता था कि जो शाहीन बाग दिल्ली से शुरू हुआ, वह मुरादाबाद से शुरू होना चाहिए था. क्योंकि यह जिंदादिल लोगों की सरजमीं है. मैं यहां चुनाव हार कर गया था, इसका मुझे कोई मलाल नहीं रहा. मुझे मलाल उस दिन हुआ जब जामिया में लाइब्रेरी के अंदर छात्रों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े गए. तब मैं पुलिस मुख्यालय के बाहर खड़ा होकर रात 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक कड़कड़ाती ठंड में नारेबाजी कर रहा था. तो मुझे एहसास हुआ कि अगर मेरी आवाज मजबूत हुई होती तो यह नारा मैं पार्लिमेंट में लगा रहा होता.
हमनें गृह मंत्री को पीछे हटते देखा है
उन्होंने कहा कि हम सड़कों पर क्या उतरें, अमित शाह ने लिखित तौर पर गृह मंत्रालय की ओर से संसद में कहा है कि फिलहाल एनआरसी लागू करने का हमारा कोई इरादा नहीं है. वह हमेशा कहते हैं कि हम 1 इंच पीछे नहीं हटेंगे, लेकिन उन्हें हमने पीछे हटते हुए देखा है.
सरकार को न दें खुद पर लाठियां बरसाने का मौका
भाजपाई कहते हैं कि हम घुसपैठिए नहीं हैं. घुसपैठिए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी हैं. जो म्यामांर में पैदा हुए बाहर से आए हुए आडवाणी हैं. जो 1948 में पाकिस्तान बनने के बाद भारत आए थे, हम तो इसी मिट्टी के हैं. साथ ही प्रदर्शन करने वाले लोगों को सावधान करते हुए इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि सरकार को कोई ऐसा मौका मत देना, जिससे सरकार को आप लोगों पर लाठियां बरसाने का बहाना मिल जाए.
महिलाओं के कमान संभालने से सीएम को क्यों है तकलीफ
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी हमला करते हुए उन्होंने कहा कि यहां मुख्यमंत्री कहते हैं कि महिलाएं घरों से निकलकर प्रदर्शन कर रही हैं. लेकिन घर के आदमी कंबल ओढ़ कर सो रहे हैं. तो मैं कहता हूं कि मुख्यमंत्री जी अगर आपको महिलाओं की कमान संभालने से तकलीफ है, तो आप याद करिए कि जब अंग्रेजों के खिलाफ रानी लक्ष्मीबाई ने अपने बेटे को पीठ पर बांधकर हाथ में तलवार लेकर फिरंगियों के खिलाफ निकल पड़ी थी. दरअसल ये वही महिलाएं हैं, जो रानी लक्ष्मीबाई का रोल अदा कर रही हैं. यह वही महिलाएं हैं, जो रानी लक्ष्मीबाई की तरह मैदान में निकल आई हैं.
महिलाओं से संवाद करें पीएम मोदी
पीएम मोदी पर तंज कसते हुए इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि उन्हें मुस्लिम महिलाओं और बहनों की बड़ी चिंता है? पीएम ने कहा था कि मैं मुस्लिम महिलाओं के भले के लिए ट्रिपल तलाक कानून लागू कर रहा हूं. अगर आपको सच में मुस्लिम बहनों की फिक्र है, तो चले आइए शाहीन बाग, चले आइए मुरादाबाद के ईदगाह मैदान में, यहां मां-बहनें आपका इंतजार कर रही हैं. इनसे बात करिए, आइए संवाद स्थापित करिए. अपनी बहनों से पूछिए कि आपको क्या तकलीफ है.
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