मुरादाबाद: लॉकडाउन के दौरान लगातार पीएम मोदी उद्योगपतियों से अपील कर रहे हैं कि अपने कर्मचारियों की मदद करें, लेकिन मुरादाबाद में इसके विपरीत स्थितियां देखने को मिलीं. मुरादाबाद के एक तीन सितारा होटल मालिक ने होटलकर्मियों को लॉकडाउन के बाद न सैलरी दी और न ही कठिन परिस्तिथियों में किसी प्रकार की मदद मुहैया कराई. इससे नाराज होकर सभी कर्मचारियों ने होटल के बाहर मालिक के खिलाफ अपना विरोध जाहिर किया.
मामला मुरादाबाद जनपद के मझोला थाना क्षेत्र दिल्ली रोड का है. यहां पर स्थित मानसरोवर पैराडाइज होटल में कार्य करने वाले कर्मचारियों ने लॉकडाउन के दौरान सैलरी न देने का आरोप लगाया है. होटल कर्मचारियों का आरोप है कि 20 मार्च के बाद से होटल मालिक ने सैलरी नहीं दी. साथ ही मालिक का कहना है कि काम पर आने पर सैलरी मिलनी शुरू होगी, जिन महीनों में काम नहीं किया उनकी सैलरी नहीं मिलेगी.
अधिकारियों से की मामले की शिकायत
कर्मचारियों को काफी परेशानी हो रही है और इसकी शिकायत प्रशासनिक अफसरों से भी की गई है. लगभग आठ दस वर्षों से होटल मानसरोवर में कार्य करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि लॉकडाउन के बीच होटल का स्टाफ तमाम परेशानियों से गुजरा रहा है. लोगों का कहना है कि ऐसे समय में भी अगर होटल मालिक मदद नहीं करेगा तो कब करेगा.
होटलकर्मियों ने बयां किया दर्द
होटलकर्मी अनूप ने बताया कि मार्च में 20 दिन की सैलरी का भुगतान किया गया था. उसके बाद हमको कोई सैलरी नहीं दी गयी है, जिसकी वजह से हम सभी लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. होटल में करीब 60 कर्मचारी हैं. सभी लोग किराए के मकान में रहते हैं. वहीं हाउसकीपिंग में काम करने वाली अंजली ने बताया कि मेरे दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, पति की मृत्यु हो चुकी है. सात हजार रुपये सैलरी मिलती है. जब से काम बंद हुआ है तब से सैलरी नहीं मिली है. किराए के मकान में रहते हैं. बहुत अधिक परेशानी हो रही है.