मुरादाबाद: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने वाले हैं. गांवों में लगातार समीकरण बन और बिगड़ रहे हैं. गांवों में पंचायत चुनावों के उम्मीदवारों के द्वारा जातीय समीकरण साधने की कोशिश की जा रही है. ईटीवी भारत की टीम ने अगवानपुर जिला पंचायत वार्ड के अंतर्गत आने वाले गांव इस्लाम नगर रमपुरा का दौरा किया. यहां विकास कार्यों पर बातचीत में कुछ ग्रामीण संतुष्ट तो कुछ असंतुष्ट दिखाई दिए, जबकि आने वाले चुनावों में जातीय समीकरण को धता बताते हुए लोगों ने विकास कार्यों पर वोट देने में रुचि दर्शायी.
गांव में है चुनावी माहौल
गांव के चौक चौराहों पर लोग इक्कट्ठा होकर त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की चर्चा करते नजर आ जाते हैं. तकरीबन 24 सौ वोटर वाले गांव इस्लाम नगर में मुख्य रूप से मुद्दा सड़कों और संसाधनों का विकास है. पुराने ग्राम प्रधान के कार्यकाल से कुछ लोग संतुष्ट हैं तो वहीं कुछ लोग सड़कें और नालियों की समस्याओं को गिनाते नजर आए.
जातीय समीकरण
इस्लाम नगर में सैनी, घोसी, जाट और वाल्मिकी समाज के लोगों की बहुलता है. यहां पर तकरीबन 12 सौ वोट सैनी हैं, जबकि घोसी (मुस्लिम) और जाटों के लोगों के तकरीबन 500-500 वोट हैं. इसके साथ ही 300 के करीब वोट अन्य समेत वाल्मिकी समाज के लोग का भी है. फिलहाल यहां पर 3 लोग सैनी विरादरी से तो 2 अन्य विरादरी से प्रधानी पद के उम्मीदवार मैदान में ताल ठोक रहे हैं. वहीं, जिला पंचायत सदस्य के चुनाव के लिए तकरीबन हर पार्टी से 2-2 लोग अपनी उम्मीदवारी को पक्का करने में लगे हैं.