मुरादाबाद: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश से मौसम काफी ठंडा हो गया है. शीतलहर के चलते जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है. मौसम की पहली बारिश से किसानों की खेत में खड़ी फसल को भारी नुकसान हुआ है. आलू और गेंहू की फसल ओलावृष्टि के चलते बर्बाद होने से अन्नदाता परेशान नजर आ रहे हैं. जनपद के देहात क्षेत्रों में देर रात ओलावृष्टि से किसानों की फसल खेत में बिछी हुई नजर आ रही हैं.
मुरादाबाद: ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान, अन्नदाता की बढ़ी मुश्किलें
गन्ना बेल्ट के नाम से मशहूर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि किसानों के लिए आफत बनकर आई है. आलू की तैयार फसल को इससे सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है. अन्नदाता अब इस आफत से उबारने के लिए सरकार से उम्मीद लगा रहे हैं.
अन्नदाता के सामने रोजी-रोटी का संकट
- जिले और आस-पास के जनपदों में पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि से मौसम ठंडा हो गया है.
- किसानों इस बेमौसमी बारिश के बाद भारी नुकसान होने की आशंका जता जा रहे हैं.
- देहात क्षेत्रो में किसानों की सैकड़ों बीघे में उगाई आलू, गन्ना, गेंहू और अन्य फसलें प्रभावित हुई हैं.
- किसानों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
- देर रात हुई ओलावृष्टि से आलू, गन्ना और गेंहू की फसल को ज्यादा नुकसान हुआ है.
- कर्ज लेकर फसल बोने वाले किसान हताश नजर आ रहे हैं.
कर्ज लेकर बोई फसल
बारिश के चलते खेतों में बर्बाद हुई फसल के बाद किसान अब सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. किसानों के मुताबिक ब्याज पर पैसे उधार लेकर बोई फसल के बर्बाद होने के बाद जहां एक तरफ कर्ज चुकाने की चिंता है, वहीं परिवार के पालन-पोषण को लेकर मुश्किलें खड़ी हो गई हैं. बिलारी, छजलैट, कुंदरकी, भोजपुर और डिलारी क्षेत्रों में किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. मौसम विभाग के मुताबिक बारिश शुक्रवार को पूरे दिन रहने के आसार हैं, जिसके बाद किसान न उम्मीद नजर आ रहे हैं.