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मुरादाबाद: लॉकडाउन में गौरैया संरक्षण के लिए घोंसले तैयार कर रहा यह परिवार - lockdown news

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में गौरैया संरक्षण के लिए एक परिवार कागज के पैकेट से घोंसले तैयार कर रहा है. यह परिवार लॉकडाउन के दौरान पक्षियों को संरक्षित रखने के प्रयास में जुटा है.

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लॉकडाउन में गौरैया संरक्षण के लिए घोंसले तैयार कर रहा यह परिवार

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Published : Apr 20, 2020, 6:37 PM IST

मुरादाबाद:कोरोना संक्रमण के चलते पूरे देश में लागू लॉकडाउन से लोग घरों में रहकर खुद को संक्रमण से बचाने में जुटे हैं. घरों में रहकर कई परिवार समाज को प्रेरणा देने का कार्य कर रहे हैं.

लॉकडाउन में गौरैया संरक्षण के लिए घोंसले तैयार कर रहा यह परिवार

मुरादाबाद जिले के मझोला थाना क्षेत्र में रहने वाला एक परिवार इन दिनों घर में रखे कागज के गत्तों से गौरैया पक्षी के लिए घोंसले तैयार कर रहा है. लॉकडाउन के चलते बड़ी संख्या में पक्षी नजर आने लगे हैं. परिवार के मुताबिक ज्यादातर पक्षी इन दिनों बिजली के पोल और तारों पर नजर आते हैं, लिहाजा उनके रहने के लिए घोंसले बनाये जा रहें हैं, ताकि पक्षियों को गर्मी से राहत मिल सके और अन्य खतरों से बचाया जाए.

मझोला क्षेत्र स्थित पाल नगर में रहने वाले नेपाल सिंह पर्यावरण प्रेमी है और एक निजी स्कूल में अध्यापन का काम करते है. लॉकडाउन के चलते स्कूल-कालेज बंद है, लिहाजा नेपाल सिंह आजकल अपनी पत्नी और दो बच्चों संग मिलकर गौरैया पक्षी के संरक्षण के काम में जुटे हैं.

घर में रखे कागज के गत्तों से हर रोज नेपाल सिंह का परिवार गौरैया पक्षी के लिए घोंसले तैयार कर रहा है. नेपाल सिंह के मुताबिक लॉकडाउन लागू होने के बाद उनके मोहल्ले में गौरैया पक्षी की संख्या बढ़ गयी है. ज्यादातर पक्षी बिजली के तारों और पोल पर रह रहे हैं, लिहाजा उनके लिए खतरा बना हुआ है. ऐसे में नेपाल सिंह अपने परिवार के जरिये गौरेया को संरक्षण देने में जुटे हैं.

हर रोज नेपाल सिंह अपनी पत्नी रविता और दो बच्चों के साथ घोंसले बनाने में जुटे रहते हैं. आसपास की दुकानों से भी कागज के गत्ते खरीदकर नेपाल सिंह घर लाते हैं. इसके बाद कागज के गत्तों को प्लास्टिक टेप से मजबूती से बंद किया जाता है और इसमें गौरैया के जाने के लिये बहुत छोटा छेद बनाया जाता है.

नेपाल सिंह इन घोसलों को अपने पड़ोसियों और रिश्तेदारों को बांट रहे हैं. आने वाले समय में इन घोंसलों को कॉलोनी के घरों में लगाया जाएगा ताकि गौरेया को गर्मी से राहत मिल सके. नेपाल सिंह की पत्नी रविता के मुताबिक हर सुबह पक्षियों की चहचहाट से आजकल माहौल काफी खुशनुमा नजर आता है. ऐसे में पक्षियों की आवाजाही बनी रहे उसके लिए उन्होंने पति संग मिलकर यह पहल शुरू की है.

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