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मुरादाबाद: नकली दवा फैक्ट्री पर ड्रग्स विभाग का छापा, दवाइयां और उपकरण बरामद

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Published : Sep 8, 2020, 7:00 PM IST

मुरादाबाद जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक नकली दवा बनाने वाली फैक्ट्री का खुलासा हुआ है. जांच करने पहुंचे अधिकारियों के मुताबिक फैक्ट्री संचालक नकली दवा बनाने के मामले में ही जमानत पर चल रहा था और जेल से बाहर आकर फिर वहीं धंधा कर रहा है.

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नकली दवा फैक्ट्री

मुरादाबाद: जनपद के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में मंगलवार दोपहर ड्रग्स विभाग को उस वक्त बड़ी सफलता मिली जब एक मकान में चल रही नकली दवा बनाने की फैक्ट्री का खुलासा हुआ. हरथला क्षेत्र में चल रही इस दवा फैक्ट्री में बड़े पैमाने पर नकली दवाइयां बनाने का काम किया जा रहा था. छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में नामी कम्पनियों की दवाइयां, पैकिंग का सामान और दवा बनाने में इस्तेमाल मशीनें बरामद हुई हैं. अधिकारियों के मुताबिक फैक्ट्री का संचालन कर रहा आरोपी पहले भी नकली दवा बनाने के मामले में जेल जा चुका है.

सिविल लाइन क्षेत्र स्थित हरथला कॉलोनी में पिछले काफी दिनों से अधिकारियों को एक दवा बनाने की फैक्ट्री संचालित होने की जानकारी मिल रही थी. आज दोपहर पुलिस टीम के साथ ड्रग्स विभाग ने छापेमारी की तो दवा बनाने की फैक्ट्री में बड़े पैमाने पर नकली दवाइयां बनाये जाने का खुलासा हो गया. टाइनेक्स कम्पनी के नाम से चल रही दवा फैक्ट्री में लिग्नोकेट हाइड्रोक्लोराइड से यौन वर्धक कैप्सूल, गोलियां और ट्यूब तैयार किया जा रहा था. दवा फैक्ट्री में छापेमारी के दौरान ड्रग्स विभाग की टीम को बड़े पैमाने पर दूसरी कम्पनियों में बनी दवाइयां और नामी कम्पनियों के रैपर भी मिले हैं. फैक्ट्री के अंदर दवा बनाने की मशीनों को लगाया गया था और हिमाचल प्रदेश में नकली दवा के रैपर छपवाए गए थे. छापामार टीम ने फैक्ट्री में मौजूद दवाइयों को कब्जें में लेकर जांच के लिए भेज दिया है.

शुरुआती छानबीन में ड्रग्स विभाग को मोहम्मद आसिफ नाम के आरोपी द्वारा दवा फैक्ट्री संचालित करने की जानकारी हुई है. औषधि निरीक्षक नरेष मोहन के मुताबिक मोहम्मद आसिफ को 2018 में नकली दवा बनाने के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद उसने अब दोबारा नकली दवाइयां बनाने का काम शुरू कर दिया. फैक्ट्री में बन रहीं नकली दवाइयां मानव शरीर के लिए काफी हानिकारक हैं और इनसे गम्भीर बीमारियां होने की भी आशंका रहती है.

औषधि निरीक्षक ने बताया कि फैक्ट्री को सीज कर दवा बना रहे एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जबकि मुख्य आरोपी फरार होने में कामयाब रहा.

मुरादाबाद जनपद में बड़ी संख्या में नकली दवा फैक्ट्रियां पहले भी पकड़ी जा चुकी हैं. देहात क्षेत्र में संचालित ज्यादातर फैक्ट्रियों में यौनवर्धक दवाइयां बनाई जाती हैं. ड्रग्स विभाग के मुताबिक पुलिस को तहरीर देकर मामले में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.

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