मुरादाबादःजिले में 20 दिन से लापता युवक की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया. पुलिस ने दलित युवक का शव मंगलवार को नाले से बरामद किया. युवक की हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. पुलिस के अनुसार ब्याज के 2.80 लाख रुपये के लेनदेन को लेकर विवाद के बाद दलित युवक की हत्या की गई थी. फोन कर घर बुलाकर हत्या की घटना को अंजाम देकर शव को नाले में फेंक दिया. पुलिस ने हत्यारों की निशानदेही पर आलाकत्ल भी बरामद कर लिया.
ये था मामला
मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र में महेंद्र सिंह ने अपने बेटे मगन की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर मामले की जांच शुरू करते हुए तीन लोगों मोहित, लाखन और संजीव कश्यप को गिरफ्तार किया. तीनो लोगों की निशानदेही पर मंगलवार को पुलिस ने मगन का शव एक नाले से बरामद कर लिया. साथ ही हत्या में प्रयोग किया गया आलाकत्ल और अन्य सामान भी बरामद कर लिया.
ब्याज के रुपये को लेकर हुआ था विवाद
एसपी सिटी अमित कुमार आनंद ने बताया कि मगन ब्याज पर रुपये देने का काम करता था. मृतक मगन ने मोहित को 2 लाख 80 हजार रुपये ब्याज पर दिए थे. इन रुपये के एवज में मोहित को हर महीने 10 हजार 800 रुपये पांच साल तक देने थे. मोहित पिछले तीन महीने से तय की गई रकम नहीं दे पा रहा था.
ब्याज की रकम नहीं देने पर गाली गलौच
जब तीन महीने से मोहित ने ब्याज की रकम नहीं दी तो मगन, मोहित के घर पहुंच गया. मोहित घर पर नहीं था. इसके बाद मगन ने मोहित के परिवार वालों के साथ गाली गलौज की. मोहित के घर आने के बाद परिजनों ने पूरी बात बताई.
परिजनों की बेइज्जती का बदला लेने के लिए की हत्या
मगन द्वारा मोहित के परिजनों की बेइज्जती करने के बाद मगन से बदला लेने के लिए फोन करके बिजली घर बुला लिया. मोहित ने अपने दो साथियों को भी बुला लिया. मगन के आने के बाद मोहित और उसके साथियों ने मगन पर लोहे की रॉड से वार किए और फिर तकिये से मुंह दबाकर हत्या कर दी. मोहित ने अपने साथियों के साथ मगन का शव कंबल में लपेटकर ढक्का नाले की पुलिया में फेंक दिया.
निशानदेही पर शव कराया बरामद
मगन की गुमशुदगी के बाद पुलिस 20 दिन से जांच कर रही थी. पुलिस ने सर्विलांस की टीम की मदद ली. सीसीटीवी फुटेज चेक किए. रिश्तेदार और दोस्तों से पूछताछ की. पूछताछ के बाद जानकारी मिली कि 11 फरवरी को मगन करीब साढ़े पांच बजे अपने दोस्त लाखन के पास गया था लेकिन किसी ने उसको वापस जाते हुए नहीं देखा. इसके बाद जब लाखन से पूछताछ की तो उसने पूरी घटना पुलिस को बता दी. पुलिस ने बाकी साथी मोहित और संजीव कश्यप को भी पकड़ लिया और इन्ही तीनों की निशान देही पर मगन का शव नाले से बरामद भी कर लिया.