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मुरादाबाद: कोरोना ने कम की पीतल की चमक, कारोबार में 60 फीसदी की गिरावट - मुरादाबाद कारोबार की ताजा खबर

उत्तर प्रदेश में पीतल नगरी कहे जाने वाले मुरादाबाद जिले में कोरोना वायरस और लाॅकडाउन के कारण कारोबार पूरी तरह से ठप है. कोरोना वायरस के कारण यहां से विदेशों में जाने वाला माल बंद हो गया है और कारोबारियों को करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है.

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कोरोना वायरस के कारण पीतल कारोबार में 60 फीसदी की हुई गिरावट

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Published : Apr 14, 2020, 1:38 PM IST

मुरादाबाद: पीतल नगरी के नाम से देश में अपनी पहचान बनाए मुरादाबाद जिला में कोरोना वायरस और लाॅकडाउन के कारण पीतल का कारोबार पूरी तरह से ठप है. कारोबारियों के अनुसार हर वर्ष विदेशों से करीब 8 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होता है. कोरोना वायरस के कारण विदेशी कारोबारियों ने अपने ऑर्डर रद्द कर दिए हैं और कारोबार में 60 फीसदी से अधिक गिरावट हुई है. वहीं कोरोना वायरस के कारण देश में हुए लाॅकडाउन की वजह से यहां से अन्य राज्यों में जाने वाला पीतल का सामान बंद है. इस कारण कारोबारियों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.

कोरोना वायरस के कारण पीतल कारोबार में 60 फीसदी की हुई गिरावट

स्प्रिंगफेयर रद्द होने से पीतल नगरी को 5 हजार करोड़ रुपये का नुकसान

हर वर्ष अप्रैल माह में नोएडा के एक्सपो माॅल में स्प्रिंगफेयर लगता है. जिसमें पीतल के विदेशी कारोबारी भी आते है. स्प्रिंगफेयर से जिले को करीब 5 हजार करोड़ रुपए का पीतल के सामानों का ऑर्डर मिलता है, जो इस बार कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए रद्द कर दिया गया है. ऐसे में पीतल नगरी को सीधे तौर पर 5 हजार करोड़ रुपए के कारोबार का नुकसान उठाना पड़ेगा.

इन देशों से होता है कारोबार

जिले से अमरीका, यूरोप, सऊदी अरब और इरान सहित कई खाड़ी देशों में पीतल का कोरोबार होता है. कारोबारियों के अनुसार अमेरिका सहित कई देशों में पीतल के बने क्रिसमस और सजावटी सामान जाते हैं. इसके अलावा सऊदी अरब और खाड़ी देशों से पीतल के बर्तन का कारोबार होता है. कारोबारियों ने बताया कि विदेशों से सालाना करीब 8 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होता है. कोरोना वायरस के कारण विदेशी कारोबार में 60 फीसदी की गिरावट आ गई है.

लाॅकडाउन से पीतल के देशी कारोबार में हुई 50 फीसदी की गिरावट

कारोबारियों ने बताया कि देश के साउथ राज्यों से सालाना पीतल का करीब 3 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होता है, जो अभी तक पूरी तरह से ठप. कोरोना वायरस के कारण हुए लाॅकडाउन की वजह से देशी कारोबार में 50 फीसदी की गिरावट हुई है. अगर मौजूदा हालात जल्द नहीं ठीक नहीं हुआ तो कारोबार पूरी तरह से ठप हो जाएगा.

कारोबार ठप होने से 2 लाख कारीगरों पर रोजी रोटी का संकट

जिले में पीतल कारोबार से दो लाख से अधिक कारीगर और 3 हजार से अधिक निर्यातक जुड़े हैं. कोरोना वायरस के कारण कारोबार ठप होने से इन कारीगरों से सामने रोजी रोटी का संकट आ गया है. प्रदेश सरकार द्वारा लाखों दैनिक श्रमिकों को आर्थिक सहायता मुहैया कराई गई है, लेकिन हस्तशिल्प उद्योग से जुड़े इन कारीगरों को आर्थिक सहायता नहीं मिली.

कारीगर अजहरुद्दीन ने बताया कि सरकार की योजनाओं के लाभ के लिए केंद्र सरकार की ओर से कार्ड भी बनाया गया है. उन्होंने बताया कि अब ऐसे में सरकार से मदद मिल जाए तो परेशानी कुछ कम हो जाए.

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