मुरादाबाद: पीतल नगरी में फर्नीचर कारोबारी द्वारा फर्नीचर का बिल मांगने पर बिलारी एसडीएम नाराज हो गए. एसडीएम को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने फर्नीचर कारोबारी के घर पर बुलडोजर चलवा दिया. कारोबारी ने मामले की शिकायत जिलाधिकारी से की तो डीएम के हस्ताक्षेप के बाद बुलडोजर पर रोक लगाई. वहीं, इसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी की गई है. डीएम का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.
तहसील बिलारी में तैनात उपजिलाधिकारी घनश्याम वर्मा ने बिलारी निवासी जाहिद के फर्नीचर के शोरूम से करीब 2 लाख 67 हजार रुपये का फर्नीचर खरीदा था. जब कारोबारी जाहिद ने एसडीएम घनश्याम वर्मा से बिल देने की बात की तो बिल ज्यादा बताकर देने से मना कर दिया और घर पर बुलडोजर चलवाने की धमकी दे डाली. इस पर व्यापारी ने जिलाधिकारी और कमिश्नर को शिकायत पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी.
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बताया जा रहा है कि शिकायत की जानकारी होते ही एसडीएम आग बबूला हो गए और 12 जुलाई की शाम कारोबारी का घर गिराने के लिए बुलडोजर के साथ प्रशासनिक टीम भेज दी. बुलडोजर ने जैसे ही घर की दीवार गिराई, वैसे की कारोबारी ने उच्च अधिकारियों को घटना की जानकारी दी. उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद बुलडोजर की कार्रवाई पर रोक लगाई गई.
इसके बाद पीड़ित कारोबारी ने गुरुवार को इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री को पोर्टल के माध्यम से दे दी है. जिलाशिकारी शैलेन्द्र सिंह का कहना है कि इस प्रकरण के दो पहलू है. शिकायतकर्ता ने शिकायत की है कि एसडीएम बिलारी ने उनके घर पर बुलडोजर भेजकर इसलिए तोड़फोड़ की क्योंकि उन्होंने जो कर्नीचर खरीदा था उनसे उसके रुपये मांगे थे. वहीं, एसडीएम ने बताया कि जाहिद अहमद ने तालाब पाटकर मकान बनाया है, उसे हटाने के लिए कार्रवाई की गई. डीएम ने कहा कि इस प्रकरण की जांच एडीएम प्रशासन को सौंपी गई है. जल्द ही जांच रिपोर्ट आने पर इसमें जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.
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