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मुरादाबाद: विभाग के रवैये से नाराज किसानों ने गन्ना भवन में डाला डेरा - मुरादाबाद समाचार

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में गन्ना किसान गन्ना विभाग के रवैये से क्षुब्ध होकर धरने पर बैठ गए हैं. किसानों का आरोप है कि गन्ना विभाग मिल निर्धारण करने में सांठ-गांठ कर रहे हैं.

मिलों के निर्धारण को लेकर गन्ना किसान धरने पर.

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Published : Oct 31, 2019, 10:34 PM IST

मुरादाबाद:गन्ना विभाग द्वारा किसानों के मिलों का निर्धारण करने से नाराज मुरादाबाद मंडल के किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. मुरादाबाद स्थित गन्ना भवन परिसर में डटे किसान अपनी मांगे न माने जाने तक उठने को तैयार नहीं है.

मिलों के निर्धारण को लेकर गन्ना किसान धरने पर.

किसानों का आरोप है कि गन्ना विभाग के अधिकारियों और मिल प्रशासन के बीच सांठ-गांठ के चलते अधिकारी मिलों को गन्ना बेचने पर आमादा हैं. किसानों के मुताबिक किसानों का बकाया भुगतान रोकने वाली चीनी मिलों पर भी किसानों से जबरन गन्ना दिलवाया जा रहा है, जबकि किसानों को अपनी मर्जी से मिल चुनने की छूट दी जानी चाहिए. किसानों ने बकाया गन्ना भुगतान और देरी से किये भुगतान पर ब्याज देने का मुद्दा भी उठाया है.

मिलों के निर्धारण को लेकर गन्ना किसान धरने पर
जनपद के सिविल लाइन स्थित गन्ना भवन पर गुरुवार से किसानों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया और सरकार पर किसान विरोधी फैसले लेने का आरोप लगाया. किसानों के मुताबिक गन्ना विभाग द्वारा किसानों के लिए मिलों का निर्धारण करने में मनमर्जी की गई है और खराब छवि वाले मिल मालिकों को फायदा पहुंचाने का काम किया जा रहा है. धरने में शामिल किसान अपनी मर्जी से गन्ना बेचने की मांग कर रहें है. जबकि विभाग द्वारा किसानों के लिए मिलों का निर्धारण किया गया है, जहां किसान को गन्ना बेचना अनिवार्य किया गया है. इस आदेश के बाद किसान आक्रोशित हैं और उनकी मांग है कि इस फैसले को तुरंत वापस लिया जाय और किसान को गन्ना बेचने की आजादी दी जाए.

गन्ना विक्रय को लेकर किसानों में गुस्सा
किसानों ने गन्ना विक्रय को लेकर सरकार पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि सरकार किसानों के हित मे काम करने के बजाय मिल मालिकों के साथ दे रही है. किसान नेताओ के मुताबिक नियम के मुताबिक मिल द्वारा पन्द्रह दिन बाद भुगतान देने पर ब्याज भी अदा करना होता है, लेकिन आज तक किसानों को यह ब्याज नहीं दिलाया गया और सरकार भी इस मामले पर चुप्पी साध रही है. गन्ना किसान अपनी मांग पूरी न होने तक गन्ना भवन परिसर में ही डेरा डाले रहने का दावा कर रहें हैं. गन्ना भवन पर धरना दे रहें किसान पूरी तैयारी के साथ आये हैं और उन्होंने धरना लम्बा चलने की सूरत में अपने रहने और खाने-पीने का इंतजाम भी किया हुए हैं.

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