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'मैडम जी मेरे पापा को नौकरी वापस करो, पापा का रोना देखा नहीं जाता'

मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने सालों से नौकरी कर रहे 110 संविदा कर्मियों को नौकरी से निकाल दिया है. जिसके बाद इन कर्मचारियों के परिजन ठंड में प्रदर्शन कर उन्हें वापस नौकरी पर रखे जाने की मांग कर रहे हैं. वहीं इन संविदा कर्मियों के समर्थन में शहर के सभी विभागों के कर्मचारी यूनियन भी उतर आये हैं. उन्होंने कहा कि शुक्रवार से किसी भी कर्मचारी को प्रधिकरण के कार्यालय में काम नहीं करने नही दिया जाएगा.

पापा को घर पर रोते हुए नही देखा जाता
पापा को घर पर रोते हुए नही देखा जाता

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Published : Jan 15, 2021, 2:18 PM IST

मुरादाबाद: जिले के विकास प्राधिकरण से पिछले 110 संविदा कर्मियों को नौकरी से निकाल दिया गया था. जिसके बाद इन कर्मचारियों के परिजन उन्हें वापस रखने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं. इन प्रदर्शनकारियों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. ये सभी इस कड़ाके की ठंड में धरने पर बैठे हुए हैं.

पापा का रोना देखा नहीं जाता

'अब नहीं देखा जाता पिता का रोना'

मुरादाबाद विकास प्राधिकरण से निकाले गए 110 कर्मचारियों के परिवार के लोग उनकी बहाली को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. धरने के बीच से एक ऐसी तस्वीर सामने आई हैं, जिसे देख और सुनकर आप सब की आंखों में भी आंसू छलक जाएंगे. धरना प्रदर्शन के बीच बैठी एक 10 से 12 साल की बच्ची खड़ी होकर माइक के माध्यम से अपने पिता की नौकरी छूटने की पीड़ा को रोते हुए बता रही है.

बच्ची ने रो-रोकर अपना और अपने पापा का दर्द बयां करते हुए, प्राधिकरण की वीसी से अपने पापा को नौकरी पर वापस बुलाने के लिए गुहार लगाई. बच्ची ने रोते हुए कहा कि, जब से उसके पापा की नौकरी गई है, वे घर में बैठकर रोते रहते हैं. अब उससे अपने पापा का रोना और नहीं देखा जाता. हमारी एमडीए वीसी इतनी कठोर नही हो सकतीं.

तीन महीने तक नहीं दी सैलरी

वहीं एक कर्मचारी की पत्नी ने कहा कि वीसी ने नारी शक्ति की ताकत नहीं देखी हैं, एमडीए वीसी नारी शक्ति के नाम पर कलंक हैं. उधर, कर्मचारियों के समर्थन में शहर के सभी विभागों के कर्मचारी यूनियन साथ आ गए हैं. उन्होंने कहा कि शुक्रवार से किसी भी कर्मचारी को प्रधिकरण के कार्यालय में काम नहीं करने दिया जाएगा.

धरने में बैठी महिला बबीता ने बताया कि तीन महीने से सैलरी नहीं दी जा रही थी, अब दी गई तो हमारी सेवाएं ही समाप्त कर दी. इस दौरान महिला बताया कि पति को यहां नौकरी करते 25 साल हो गए हैं. हम अपने बच्चों के लिए यहां सड़क पर प्रदर्शन कर रहे है.

कर्मचारियों के समर्थन में आये कई कर्मचारी यूनियन

नौकरी से हटाए गए 110 कर्मचारियों के समर्थन में शहर के सभी विभागों के कर्मचारी यूनियन आ गए हैं. कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि यह लड़ाई कर्मचारियों के हित की लड़ाई है, इसको मिलकर एक साथ लड़ेंगे. इस दौरान कर्मचारियों ने कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई, तो मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. साथ ही एमडीए वीसी को भी कार्यलय में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा.

अभी आइसोलेशन में हैं एमडीए वीसी

मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की वीसी पर गलत तरीके से नौकरी से हटाए जाने का आरोप लगा जा रहा है. वहीं उनके कोरोना पॉजिटिव पाई जाने के चलते बात होना सम्भव नहीं है, लेकिन धरना जारी है.

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