मिर्जापुरः विदेश से लौटे वैज्ञानिक प्रीतम सिंह ने फसलों के अवशेष से दुनिया का सबसे शुद्ध हाइड्रोजन के साथ ही मिथेन बायोकॉल और कार्बन डाइऑक्साइड बनाया है. बायोहाइड्रोजन प्रोड्यूस करने का यह अनोखा प्लांट है. डॉक्टर प्रीतम थर्मली एक्सेलरेटेड अनोरोबिक डाइजेसन (thermally-accelerated anaerobic digestion) तकनीक की मदद से फसलों के अवशेष से 36 घंटे में हाइड्रोजन तैयार कर रहे हैं. यह मार्केट रेट से काफी सस्ता है.
उच्च क्वालिटी का है हाइड्रोजन
वैज्ञानिक प्रीतम सिंह ने बताया कि बीजल ग्रीन एनर्जी कंपनी की छमता इतनी है कि आज भी दुनिया को तीन से चार डॉलर प्रति किलोग्राम में ultra-high प्योरिटी अति शुद्धता का हाइड्रोजन प्रोवाइड करा सकते हैं. जबकि वर्ल्ड हाइड्रोजन काउंसिल का टारगेट सन् 2050 तक में 5 डालर प्रति किलोग्राम हाइड्रोजन सप्लाई करने का है. हमने उसे अभी प्राप्त कर लिया है. यह डीजल पेट्रोलियम से सस्ता फ्यूल होगा. पूरी दुनिया को हाइड्रोजन से चलाया जा सकता है. भारत सरकार को अब हाइड्रोजन की चिंता करने की जरूरत नहीं है. भारत के किसान भारत के खेत से पर्याप्त हाइड्रोजन मुहैया कराएंगे. शुद्ध हाइड्रोजन की ऊर्जा क्षमता सैटेलाइट परिक्षेपण में सहायक यान जियोस्टेशनरी सैटलाइट लॉन्च व्हीकल (जीएसएलवी) के ईंधन के रूप में इस्तेमाल होने वाले हाइड्रोजन जितनी है.
हाइड्रोजन प्रोड्यूस करने का अनोखा प्लांट
चुनार तहसील के शक्तेशगढ़ रामपुर में स्थित बीजल ग्रीन एनर्जी कंपनी ने थर्मली एक्सेलरेटेड अनोरोबिक डाइजेसन (thermally-accelerated anaerobic digestion) तकनीक की मदद से 4 रियेक्टर बनाए हैं. यह इस तरह का रिएक्टर डेवलपमेंट किया गया है जिसमें किसानों के फसलों के अवशेष (पराली और गेहूं गन्ने का छिलका नारियल का छिलका, अरहर के पेड़ ,धान की भूसी और लकड़ी जैसे अवशेष) से हाइड्रोजन के साथ ही मिथेन, बायोकॉल और कार्बन डाइऑक्साइड बनाया जा रहा है. 25 किलो वाट की क्षमता से लगभग 1500 से 2000 किलोग्राम बायोमास को 36 घंटे में 60 किलो हाइड्रोजन, लगभग ढाई सौ किलोग्राम मिथेन, 400 से 450 किलोग्राम बायोकोल और 600 किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड अलग कर देते हैं. उन्होंने बताया कि जो हमारी गैस मिक्सर होती है उसमें 70 से 80 प्रतिशत हाइड्रोजन 20 से 25 प्रतिशत तक मिथेन होती है. इस गैस क्रायोकंप्रेसर में ले जाकर नान हाइड्रोजन प्रोडक्ट्स को लिक्विड नेचुरल गैस या तरलीकृत नेचुरल गैस में बदल दिया जाता है.
मार्केट से सस्ता होगा यह हाइड्रोजन
कोल्ड रखने के लिए एनटीपीसी बरौनी में हाइड्रोजन की सप्लाई वेंडर के थ्रू की गई है. वेल्डिंग करने के लिए उच्च क्वालिटी के हाइड्रोजन को भी सप्लाई किया गया है. एनटीपीसी सोनभद्र के साथ भी बात चल रही है. एनटीपीसी को डॉक्टर प्रीतम 600 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से हाइड्रोजन बेच रहे हैं जबकि बाजार में इसकी कीमत 2100 से 2200 रुपये प्रति किलोग्राम है. देश के साथ इजरायल और अमेरिका कंपनियों ने भी हाइड्रोजन खरीदने के लिए संपर्क किया है. इसके अलावा रिएक्टर में मीथेन (एलएनजी-तरलीकृत प्राकृतिक गैस सीएनजी- संपीडित प्राकृतिक गैस) और विश्व की सबसे उच्च ईंधन क्षमता वाले कोयले का उत्पादन भी हो रहा है. इस कोयले की खासियत है कि धुंआ नहीं करता है.