मिर्जापुर: पूरे प्रदेश में महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा को लेकर लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है. वहीं जिले में एक फोन कॉल पर महिलाओं तक मदद पहुंचाने वाली योजना सरकारी उपेक्षा और फंड की कमी के चलते दम तोड़ती नजर आ रही है. मुश्किल समय में 181 महिला हेल्पलाइन पर एक फोन कॉल करने भर से पीड़िता के पास पहुंचने वाली रेस्क्यू वैन की पहिया थम गई है.
मिर्जापुर: महिला हेल्पलाइन वैन का थमा पहिया, पीड़ितों तक नहीं पहुंच पा रही रेस्क्यू टीम
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में 181 महिला हेल्पलाइन वाली सुविधाएं दम तोड़ती नजर आ रही है. पैसे के अभाव के कारण एजेंसी ने पूरे प्रदेश से गाड़ियां वापस ले ली है.
महिला रेस्क्यू टीम नहीं पहुंच पा रही पीड़िताओं तक.
एजेंसी ने पूरे प्रदेश से गाड़ियों को वापस ले ली है. फील्ड काउंसलर पीड़िताओं की मदद के लिए घर-घर नहीं जा पा रही हैं. केवल 100, 112 पर आने वाले कॉल को हैंडल कर पा रही हैं. वहीं राज्य महिला आयोग की सदस्य अनामिका चौधरी ने कहा कि जांच चल रही है. जल्द ही समस्या सामने आने पर योजना फिर से काम करेगी.
- घरेलू हिंसा और दुष्कर्म पीड़ित महिलाओं को न्याय के लिए भटकना न पड़े इसके लिए वन स्टॉप सेंटर खोला गया था.
- पीड़ित महिलाओं को काउंसलिंग, रिपोर्ट दर्ज कराने, रहने खाने, लीगल एडवाइस जैसे तमाम सुविधाएं मिले, इसलिए इस योजना को तैयार किया गया था.
- वहीं पैसे के अभाव में एजेंसी ने प्रदेश भर से जिला स्तर पर तैनात 181 की रेस्क्यू वैन वापस ले ली है.
- वन स्टॉप सेंटर में गाड़ी नहीं होने से 6 महीने से काउंसलर को आने-जाने में परेशानी हो रही है.
- गाड़ी न होने के कारण पीड़िताओं तक मदद समय से नहीं पहुंचा पा रही हैं.
- 100 नंबर 112 नंबर पर कॉल आने वाले को हैंडल कर रही है या आउटसोर्सिंग से गाड़ी लेकर मदद कर रही हैं.
- जिले में 2017 से वन स्टॉप सेंटर काम कर रहा है, जिसके तहत अभी तक 525 मामले आ चुके हैं.
- जिले से आए हुए सभी मामलों से लगभग सभी का निस्तारण किया जा चुका है.
- महिला आयोग की सदस्य का कहना है कि जांच चल रही है, जल्द ही सब चीज क्लियर होकर फिर से गाड़ियां चलेंगी.
- महिला आयोग प्रयास कर रही है जिससे सभी को मदद मिल सके.
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Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST