मिर्जापुर: लॉकडाउन लोगों के लिए जहां तमाम चुनौतियां खड़ी कर रहा है. वहीं मोक्षदायिनी गंगा नदी के लिए वरदान साबित हुआ है. लॉकडाउन की वजह से इन दिनों कल कारखाने बंद हैं, गंगा के घाटों पर श्रद्धालुओं की आवाजाही नहीं है. इसकी वजह से गंगा नदी की सेहत में जबरदस्त सुधार हुआ है. मिर्जापुर स्थित गंगा नदी में प्रतिदिन स्नान करने वाले लोगों का कहना है कि 65 साल बाद गंगा इतनी साफ दिखाई दे रही हैं, पहले आचमन करने लायक पानी नहीं था. अब आचमन लायक बन गया है.
मिर्जापुर: लॉकडाउन के कारण 65 साल बाद साफ नजर आ रहा गंगा का पानी - covid-19
कोरोना महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन है. लॉकडाउन का सबसे बड़ा फायदा गंगा को हुआ है. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में भी गंगा का पानी अधिक साफ और नीला दिखाई देने लगा है.
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लॉकडाउन के दौरान मिर्जापुर में गंगा नदी का पानी पहले से बहुत अधिक साफ हो गया है. नारघाट पर पहले जिस गंगा नदी के पानी को छूने लायक नहीं समझा जाता था, आज वह आचमन करने लायक हो गया है. सोमवार को गंगा स्नान करने आए स्थानीय निवासी सुरेन्द्रनाथ ने कहा कि 70 वर्षों से हम स्नान रहे हैं. 65 साल बाद इतना साफ पानी नजर आ रहा है. पहले नाले बढ़ते गए, गंदगी बढ़ती गई और गंगा गंदी होती गई, लेकिन लॉकडाउन की वजह गंगा अब पूरी तरह से साफ हो गई है.
स्थानीय निवासी राजू मोदनवाल ने कहा कि गंगा पहले से बहुत साफ हो गई हैं. फैक्ट्रियां और कंपनियां बंद रही जिसकी वजह से गंगा का पानी आचमन करने लायक बन गया. पहले आचमन करने लायक पानी नहीं था. अब हम गंगा स्नान करने आए हैं, आचमन के लिए पानी घर पर ले जायेंगे. राजू मोदनवाल ने कहा कि जो करोड़ों रुपए खर्च करने पर भी नहीं हो पाया, वह काम लॉकडाउन ने कर दिया है.