मिर्जापुर: कहावत है कि जाको राखे साइयां, मार सके न कोय. ये कहावत गुरुवार की शाम मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर चरितार्थ होते दिखी. मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर हावड़ा की तरफ जाने वाली नंदन कानन एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़ने के चक्कर में एक यात्री का पैर फिसल गया और वह ट्रेन के नीचे चला गया, लेकिन उसे खरोच तक नहीं आई.
पूरी ट्रेन गुजर जाने के बाद भी युवक को नहीं आई खरोंच. प्लेटफार्म के नीचे गिरने के बाद भी बाल-बाल बचा यात्री
हावड़ा की तरफ जाने वाली नंदन कानन एक्सप्रेस (02816) डाउन चलती ट्रेन में दौड़कर चढ़ने के चक्कर में एक यात्री का पैर फिसल गया और वह ट्रेन और प्लेटफार्म के नीचे दीवार के बीच फंस गया. यह देख स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ के हेड कॉन्स्टेबल उसकी जान बचाने के लिए दौड़ पड़े. उसे प्लेटफार्म की तरफ हाथ पकड़कर दबाए रखा जब तक ट्रेन चली नहीं गई. ट्रेन जाते ही उसे बाहर निकाला गया. इस बीच यात्री को खरोंच तक नहीं आई. इस दौरान लोगों ने ट्रेन को रोकवाने का प्रयास किया लेकिन ट्रेन नहीं रुकी.
दौड़कर ट्रेन में चढ़ने का कर रहा था प्रयास
देहात कोतवाली क्षेत्र के धौरुपुर के रहने वाला दिलीप चौहान गुरुवार शाम नंदन कानन एक्सप्रेस से सासाराम जाने के लिए स्टेशन अपने भाई के साथ पहुंचा था. लेकिन देर हो जाने के कारण ट्रेन स्टेशन से चल दी थी. भाई पहले पहुंचकर ट्रेन में बैठ गया था. यह देख वह दौड़कर ट्रेन के अंदर अपना सामान फेंक दिया और चढ़ने का प्रयास किया, लेकिन इसी बीच उसका पैर फिसल गया और वह प्लेटफार्म से नीचे चला गया. इस बीच पीठ उसकी ट्रेन तरफ थी और मुंह प्लेटफार्म की तरफ था.
आरपीएफ के हेड कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र मिश्रा ने बचाई जान
यात्री को गिरते देख आरपीएफ के हेड कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र मिश्रा ने दौड़कर उसका हाथ प्लेटफार्म की ओर खींचकर दबाए रखा और उसका हौसला बढ़ाते रहा. जब ट्रेन चली गई तो बाहर निकालकर थाने पर ले आया. यात्री इतना डरा सहमा था कि कुछ बता नहीं पा रहा था. हालांकि कुछ देर बाद अपने आपको संभालते हुए नाम और पता बताया.
एक यात्री ट्रेन में चढ़ने के दौरान प्लेटफार्म के नीचे चला गया था. आरपीएफ के हेड कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र मिश्रा ने उसे पकड़ लिया और ट्रेन जाने के बाद उसे बाहर निकाला. यात्री घबराया हुआ था बाद में अपना नाम पता बताया और उसे घर के लिए छोड़ दिया गया, उसकी हालत सामान्य है उसे खरोच तक नहीं आई है.
रजनीश राय, आरपीएफ प्रभारी