मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बच्चों के सेहत के साथ ही किसानों की आमदनी को लेकर श्रीअन्न पुनरोद्धार कार्यक्रम योजना चला रही है. कार्य योजना अंतर्गत स्कूल कैरिकुलम के माध्यम से जनपद में मिलेट्स रेसिपी का अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. अध्यापकों के प्रशिक्षण में पहुंची केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने बताया कि जनपद में विशेष अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. अध्यापक बच्चों के साथ ही अभिभावकों को भी श्रीअन्न (मिलेट्स) के बारे में बताएंगे, जिससे आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा आहार शामिल किया जा सके.
बीएचयू दक्षिणी परिसर बरकछा मिर्जापुर के सेमिनार हॉल न्यू लेक्चर थिएटर कॉम्प्लेक्स में मंगलवार को जिला विद्यालय निरीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर पहुंचे 200 अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया गया. अध्यापक अपने क्षेत्र में नोडल के रूप में भी कार्य करेंगे. अपने स्कूल के साथ ही अन्य स्कूलों में भी जाकर श्रीअन्न मिलेट्स फायदे के साथ उसकी रेसिपी के बारे में बताएंगे. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि कृषि विभाग के द्वारा अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. श्रीअन्न को लेकर अध्यापक अपने स्कूल के साथ ही अन्य स्कूलों में भी जाकर इसके फायदे बताएंगे और बच्चों को खाने के लिए प्रेरित करेंगे, जिससे उनका स्वास्थ्य ठीक रहे. जनपद के सभी ब्लॉकों से 200 अध्यापकों का प्रशिक्षण आज कराया गया है.
श्रीअन्न प्राचीन काल से भारतीय आहार का प्रमुख भाग रहा है और पर्याप्त क्षेत्रफल में इसकी खेती की जाती थी. वर्तमान में इसकी खेती का क्षेत्रफल कम हो गया है. प्रमुख कारण किसानों द्वारा केवल धान, गेहूं की खेती पर ध्यान केंद्रित करने से कम हो गया. पोषण की दृष्टि से धान गेहूं की तुलना में श्रीअन्न बेहतर है, क्योंकि इसमें विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व और विटामिन फाइबर कैल्शियम और मैग्नीशियम पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी हैं.