मिर्जापुर: कोरोना वायरस के चलते देश भर के स्कूल, कॉलेज कई महीनों से बंद चल रहे हैं. स्कूलों के अंदर एक भी क्लास नहीं चलाई जा रही है. वहीं मिर्जापुर में आत्मनिर्भर बनाने के लिए बेरोजगारों को ट्रेंड कारीगरों के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है. यह क्लास किसी स्कूल कॉलेज से कम देखने को नहीं मिल रही है. ट्रेंड कारीगरों के माध्यम से घंटों बेरोजगार युवकों को हुनरमंद बनाया जा रहा है. बढ़ई, हलवाई, लोहार की प्रशिक्षण लेकर ये बच्चे खुद का रोजगार कर सकेंगे.
मिर्जापुर में बेरोजगारों को दिया जा रहा प्रशिक्षण. कोरोना संकट के समय बड़ी संख्या में दूसरे प्रदेशों से लौट श्रमिकों, कारीगरों और बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार तेजी से काम कर रही है. विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के कारीगरों और श्रमिकों के साथ बेरोजगार युवाओं को बड़ी संख्या में प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध कराने का काम किया जा रहा है.
तीन सौ लोगों को मिलेगी ट्रेनिंग
मिर्जापुर के स्टेशन रोड के पास बढ़ाई, हलवाई और लोहार का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रतिदिन बेरोजगार युवक समय से पहुंचकर क्लास में ट्रेंड कारीगरों के माध्यम से पढ़ाई करते हैं. इस प्रशिक्षण के बाद वे खुद का रोजगार कर सकेंगे. यह प्रशिक्षण 6 दिनों का है, जिसका खर्च सरकार उठाती है. पहले फेज में 300 लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी. आगे जैसे-जैसे आवेदन आएंगे, उसी तरह से प्रशिक्षण का कार्य करा कर इन्हें रोजगार युक्त बनाया जाएगा. सरकार के द्वारा इन्हें टूलकिट भी मुहैया कराई जाएगी, जिससे यह अपना स्वयं का रोजगार कर सकें. साथ ही अपने साथ और लोगों को जोड़ कर उन्हें भी लाभ पहुंचा पाएंगे.
प्रशिक्षण ले रहे बेरोजगार युवकों का कहना है कि हम लोग पहले बाहर काम किया करते थे. लॉकडाउन में वापस आ गए हैं. अब यहां पर सरकार के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है. हम लोग उसे पढ़ रहे हैं. ट्रेंड कारीगरों के माध्यम से हम लोगों को पढ़ाया जा रहा है. कैसे काम करना है, हर ट्रेड का अलग-अलग कारीगर सिखा रहे हैं. इससे हम लोग अपना खुद का रोजगार कर आत्मनिर्भर बन पाएंगे. साथ ही बाहर जाकर रोजगार करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी.
उपायुक्त उद्योग अधिकारी वीके चौधरी ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा बेरोजगार युवक और युवतियों को विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इनको हुनरमंद बनाकर आत्मनिर्भर बनाने का काम किया जा रहा है. विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत हलवाई बढ़ाई लोहार की ट्रेनिंग अभी चल रही है. लगभग 75 बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं. आगे 300 बच्चों को प्रशिक्षण दिया जाना है. इसमें सोनार, मोची, टोकरी बुनकर के साथ और बेरोजगार युवक शामिल किए जाएंगे. इनको सरकार द्वारा टूलकिट भी मुहैया कराई जाएगी.