मिर्जापुर: कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पिछले 5 दिनों से स्वामी अड़गड़ानंद महाराज वाराणसी के एक निजी अस्पताल में इलाज करवाकर वापस शक्तेशगढ़ आश्रम चुनार पहुंच गए हैं. स्वामी अड़गड़ानंद महाराज के कोरोना पॉजिटिव होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फोन पर बात करके हाल जाना था. तबीयत में सुधार हो जाने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें सोमवार को डिस्चार्ज कर दिया है. अब स्वामी अड़गड़ानंद अपने शक्तेशगढ़ आश्रम पहुंच चुके हैं.
कोरोना संक्रमण से पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने आश्रम शक्तेशगढ़ पहुंचे अड़गड़ानंद महाराज अभी चिकित्सकों की निगरानी में 30 सितंबर तक रहेंगे. दरअसल 5 दिन पहले अचानक तबीयत खराब हो जाने से वाराणसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से उनके स्वास्थ्य को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चिंतित थे, उन्होंने फोन पर बात कर उनका हाल जाना था. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी फोन पर बात कर तबीयत के बारे में पूछा था. साथ ही कांग्रेस और सपा के प्रदेश के बड़े नेताओं ने भी स्वामी अड़गड़ानंद महाराज के शीघ्र स्वस्थ होने की मंगल कामना की थी.
पिछले सप्ताह बुधवार को मध्य प्रदेश से शक्तेशगढ़ आश्रम जाते समय उनकी तबीयत बिगड़ी थी तो उन्हें वाराणसी के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया था. सेहत में सुधार होने के बाद सोमवार को उन्हें आश्रम भेज दिया गया. अब वह चुनार के शक्तेशगढ़ स्थित आश्रम में रहेंगे. स्वामी अड़गड़ानंद महाराज के पास उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत प्रदेश के कई बड़े नेता आश्रम पहुंच चुके हैं. इसके अलावा पूर्वांचल समेत मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ के हजारों लाखों लोग स्वामी अड़गड़ानंद के भक्त हैं.
शक्तेशगढ़ आश्रम के वरिष्ठ संत नारद महाराज ने ईटीवी भारत को फोन पर बताया कि स्वामी अड़गड़ानंद महाराज की तबीयत खराब होने पर उन्हें पिछले 5 दिनों से बनारस स्थित अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था. जांच में महाराज की रिपोर्ट करोना पॉजीटिव आई थी. सोमवार को डॉक्टरों की टीम ने जांच के बाद अड़गड़ानंद महाराज को डिस्चार्ज कर दिया. इसके बाद महाराज शक्तेशगढ़ आश्रम चुनार आ गए हैं.
अब वे अपने आश्रम में रहेंगे और लोगों से कुछ दिन दूर रहेंगे. चिकित्सकों ने उन्हें भीड़ से बचने को कहा है. डॉक्टरों की सलाह के अनुसार महाराज जी का दर्शन किसी भी भक्त को प्राप्त नहीं होगा. स्वास्थ्य लाभ में सहयोग प्रदान करें और आश्रम नहीं आएं. जो जहां हैं, वहीं से प्रार्थना करें और ध्यान करें