मिर्ज़ापुर:कटे होंठ वाले बच्चों के जीवन पर आधारित डाक्यूमेंट्री फिल्म 'स्माइल पिंकी' को वर्ष 2009 में जब आस्कर अवार्ड मिला था, तब पूरे देश में मिर्जापुर की पिंकी शोहरत की बुलंदी पर पहुंच गई थी. लेकिन, रेड कारपेट से वापस आने पर स्माइल पिंकी गुमनामी की जिंदगी में जीने लगी. कठिनाइयों का सामना कर रही पिंकी को सांसद व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के प्रयास से निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी. साथ ही 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का ब्रांड अंबेसडर बनाया जाएगा.
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की उप सचिव ज्योतिका ने डीएम प्रियंका निरंजन को पत्र लिखकर निर्देश दिया है. पत्र में लिखा है कि प्रसिद्ध फिल्म 'स्माइल पिंकी' में मुख्य भूमिका निभाने वाली मिर्ज़ापुर की बेटी पिंकी की शिक्षा सुनिश्चित कराई जाए और 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का अंबेसडर बनाया जाए. इस पहल से अन्य बेटियों को भी प्रेरणा मिलेगी.
दरअसल, जिले के रामपुर ढबही गांव की रहने वाली पिंकी की तीन महीने पहले वन विभाग द्वारा नोटिस जारी कर घर गिरने की खबर चली थी. खबर चलने के बाद सांसद अनुप्रिया पटेल ने संज्ञान लेकर जिलाधिकारी से बात की थी और घर न टूटने का निर्देश दिया था. इसके बाद केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने 20 सितंबर 2023 को 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के अंतर्गत पिंकी की सहायता के लिए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिखा था. केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने पत्र में लिखा था कि खबर आई है कि देश को सम्मान दिलाने वाली इस्माइल पिंकी सुविधाओं से वंचित है. भरण पोषण के लिए कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. अत: आपसे अनुरोध है कि जन कल्याण को सर्वोपरि रखते हुए भारत सरकार की 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' पहल के अंतर्गत इस बेटी के उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करवाने की कृपा करें.