उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

महंगाई की मार: फिर से चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर हुईं ग्रामीण महिलाएं - रायपुर पुख्ता गांव

ग्रामीण महिलाओं को धुएं से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने उज्ज्वला योजना (Ujjwala Yojana) के तहत नि:शुल्क गैस सिलेंडर मुहैया कराया था, लेकिन बढ़ती महंगाई के चलते अब यह योजना फ्लॉप होती नजर आ रही है. गैस महंगी होने से अब गांव की महिलाएं सिलेंडर में गैस नहीं भरवा पा रही हैं, इसलिए मजबूर होकर उन्होंने मिट्टी के चूल्हे में खाना बनाना फिर से शुरू कर दिया है. देखिए ये रिपोर्ट...

mirzapur ujjwala scheme reality  rural women  cook on the stove  reality check of ujjwala scheme  ujjwala scheme in mirzapur  ujjwala scheme reality check in mirzapur  expensive cooking gas  cooking gas  mirzapur latest news in hindi  कुकिंग गैस  महंगाई की मार  मिर्जापुर की ताजा खबर  मिर्जापुर  चूल्हे पर खाना  कुकिंग गैस महंगी  chulha par khana  उज्ज्वला योजना  मिर्जापुर में उज्ज्वला योजना  रायपुर पुख्ता गांव  Raipur Pokhta Village
चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर हुईं महिलाएं.

By

Published : Jun 18, 2021, 8:49 AM IST

Updated : Jun 19, 2021, 6:31 AM IST

मिर्जापुर :जनपद की ग्रामीण महिलाएं कुकिंग गैस (Cooking Gas) महंगी होने से चूल्हे पर खाना बनाने को मजबूर हैं. कोरोना के चलते रोजगार न होने से आर्थिक तंगी का सामना अलग से करना पड़ रहा है. बारिश का मौसम होने के चलते गीली लकड़ी से खाना बनाना पड़ रहा है. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana) के तहत ग्रामीण महिलाओं को गैस कनेक्शन बांटे गए थे. सरकार की सोच थी कि उन्हें धुएं से आजादी मिलेगी, लेकिन हाल यह है कि गैस सिलेंडर घर के कोने में धूल फांक रहे हैं.

फिर से चूल्हे पर खाना बना रहीं महिलाएं.

हम बात कर रहे हैं सिटी ब्लॉक के रायपुर पोख्ता गांव की महिलाओं की, जिन्होंने एक बार फिर से चूल्हे पर खाना बनाना शुरू कर दिया है. कोरोना के चलते इनकी आर्थिक स्थिति खराब होती चली जा रही है. महंगाई इतनी है कि इनको लकड़ी भी अब महंगी लग रही है. बरसात में गीली लकड़ी पर खाना बनाना मुश्किल हो रहा है. पिछले वर्ष लॉकडाउन में इन महिलाओं के खाते में 500 रुपये गैस भराने के लिए आए थे, मगर इसके बाद से ये महिलाएं गैस नहीं भरा पाई हैं. इस बार भी महिलाएं सरकार से मदद की गुहार लगा रही हैं.

दिए गए दो लाख 25 हजार कनेक्शन

मिर्जापुर जिले में उज्ज्वला योजना (Ujjwala Yojana) के तहत लगभग दो लाख 25 हजार कनेक्शन दिए गए थे. लोगों में योजना को लेकर खासकर ग्रामीण महिलाओं में ज्यादा उत्साह नजर आया था और कुछ दिन गैस पर महिलाओं ने खाना भी बनाया था, लेकिन महंगाई की वजह से उज्ज्वला योजना का सिलेंडर और चूल्हा अब घर के एक कोने में रख दिए गए हैं ,जो शोपीस बनकर रह गए हैं. महिलाएं फिर से मिट्टी के चूल्हे पर लकड़ी से खाना बनाने को मजबूर हो गई हैं.

चूल्हे पर खाना बनाती महिला.

इसे भी पढ़ें:Corona Effect: ठहर सी गई कुलियों की जिंदगी, घर चलाना हुआ मुश्किल

चूल्हे पर खाना बना रहीं अर्चना, अनीता और शारदा ने बताया कि महंगाई इतनी है कि हम अपना परिवार चलाएं कि गैस भरवाएं. मजबूरी में लकड़ी से खाना बना रहे हैं. सरकार ने पिछले लॉकडाउन में 500 रुपये की मदद की थी, लेकिन इसके बाद कोई मदद नहीं मिली. कोरोना के चलते हम लोगों की आर्थिक स्थिति खराब होती चली जा रही है. एक वर्ष से हम लोग गैस बिल्कुल नहीं भरा पा रहे हैं. हम लोगों की मांग है कि मोदी और योगी सरकार जनता का सहयोग करें.

क्या कहा अधिकारी ने

चूल्हे पर खाना बना रहीं महिलाओं को लेकर जिला पूर्ति अधिकारी उमेश चंद्र से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उज्ज्वला योजना के तहत लोगों को लाभ मिला है, उसका फायदा उठा रहे हैं. कुछ पिछड़े इलाके में हो सकता है कि यह समस्या आ रही हो, मगर सभी को कनेक्शन नि:शुल्क दिए गए थे. यह एक प्रकार से लोन था. जब तक लोन अदा नहीं हो जाएगा, तब तक इनको कोई सब्सिडी नहीं मिलनी थी. उन्हें पूरे रेट पर बिना सब्सिडी वाला गैस खरीदना पड़ेगा.

चूल्हे पर बन रहा खाना.

25 प्रतिशत ही लोग करा रहे रिफिलिंग

चांदी गैस एजेंसी रमई पट्टी के मालिक अमल कुमार ने बताया कि उज्ज्वला गैस योजना जब शुरू हुई थी तो पहले महीने शत-प्रतिशत रिफिलिंग हुआ था. इसके बाद कोई 3 महीने तो कोई 6 महीने बाद रिफिलिंग कराता था. मगर अब साल भर में भी भराना इन लोगों के लिए मुश्किल हो रहा है. कुल मिलाकर 25 प्रतिशत ही लोग रिफिलिंग करा रहे हैं.

Last Updated : Jun 19, 2021, 6:31 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details