मिर्जापुर:जिले केदेहात कोतवाली के बलहरा मोड़ पर पूर्व प्रधान राजेश यादव की हत्या का पुलिस ने पर्दाफाश किया. पुलिस ने बताया कि जेल में बंद एक अपराधी के इशारे पर दो शूटरों ने 20 नवंबर को पूर्व प्रधान को मौत के घाट उतारा था. जमीन की प्लॉटिंग के विवाद में शूटरों ने राजेश यादव हत्या की थी. वर्चस्व की इस लड़ाई में भाड़े के शूटरों से पूर्व प्रधान की हत्या करायी गई थी.
जानकारी देते एसपी अजय कुमार सिंह. हत्या में शामिल 3 गिरफ्तार
पुलिस ने हत्या में शामिल 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि, 2 आरोपी अभी भी फरार चल हैं. गिरफ्तार आरोपियों के पास से 2 तमंचा और 3 कारतूस बरामद हुआ है.
पूर्व प्रधान राजेश यादव के सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसपी अजय कुमार सिंह ने बताया कि तरकापुर के रहने वाले बाबू खान के साथ पूर्व प्रधान राजेश प्लॉटिंग का काम किया करता था. राजेश प्रधान ने बाबू खान को एक जमीन बेची थी और वह उसे वापस लेना चाहता था. सुंदरपुर के रहने वाले अखिलेश दुबे भी उस क्षेत्र में जमीन लेना चाहता था. लेकिन, राजेश यादव उसे जमीन लेने से रोक रहा था. जिसके बाद अखिलेश दुबे और बाबू खान ने राजेश यादव की हत्या कराने की योजना बनाई. इसके बाद दोनों ने विंध्याचल थाना क्षेत्र के खम्हरिया के रहने वाले कपिल चौबे से संपर्क किया. जिसके बाद कपिल ने धनबाद जेल में बंद एक बदमाश से संपर्क किया, जिसने शूटर उपलब्ध कराए. इसके बाद 20 नवंबर की रात राजेश यादव की घर लौटते समय हत्या कर दी गई.
पुलिस ने पूर्व प्रधान राजेश यादव के बेटे शिवपाल यादव की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
कौन हैं आरोपी ?
आरोपी बाबू खान शहर कोतवाली के तरकापुर, कपिल चौबे विंध्याचल के खमरिहा और कृपाशंकर देहात कोतवाली के गोड़टुटवा का रहने वाला है. बाबू खान और कपिल चौबे का अपराधिक इतिहास हैं. कपिल चौबे पर पांच मुकदमे और बाबू खान पर एक मुकदमा दर्ज है. हत्या में मृतक के पूर्व ड्राइवर कृपा शंकर को लालच देकर मुखबिरी करा कर हत्या कराई थी. फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और फरार अन्य शूटरों की तलाश चल रही है.
इसे भी पढ़ें-झाड़ियों में मिला पूर्व प्रधान का शव, हत्या की आशंका