मिर्जापुर:कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में कई लोगों की जिंदगी और काम में बदलाव आया है. कई दशकों से नट समाज के लोग देश के महानगरों से लेकर गांव तक पीढ़ी दर पीढ़ी भीख मांगते थे या अपने बच्चों को रस्सियों पर चढ़ाकर जोखिम भरा खेल दिखाते थे. आज इस समाज के लोग मनरेगा के तहत काम करके खुश हैं. मनरेगा के तहत काम कर रहे नट समाज के लोगों का कहना है कि पहले हम दूसरे प्रदेशों में कई जिलों में जाकर खेल दिखाते थे.
रुपयों का जुगाड़ न होने पर हम लोग भीख मांगते थे. मगर कोरोना वायरस ने हमारी जिंदगी बदल दी है. मिर्जापुर के सिटी ब्लॉक के शादी बनकट गांव में नट समाज के 170 लोग मनरेगा के तहत में काम कर रहे हैं. इन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए मनरेगा में काम दिया गया है. साथ ही 201 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी मिल रही है. इससे ये लोग अपने बच्चों को भी पेट भर भोजन दे पा रहे हैं.