मिर्जापुर:जिले के पांच विधानसभाओं में चुनार विधानसभा क्षेत्र सबसे अधिक विकसित विधानसभा कहा जाता है. इसके बावजूद अन्य विधानसभाओं की तरह ही इस विधानसभा क्षेत्र में भी समस्या हैं. यहां की सड़कों की हाल खस्ता है. नगर के साथ ही जलालपुर माफी और कैलाहट जाने वाली सड़कें भी पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं. बाढ़ की वजह से किसान परेशान हैं.
उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिल सका है तो वहीं, चुनार का किला जर्जर होने से पर्यटकों के साथ ही स्थानीय लोग भी मायूस हैं. इतना ही नहीं यहां पॉटरी उद्योग से जुड़े कारोबारी व कारीगर आज समस्याओं की गर्त में हैं, लेकिन आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि ने इनकी सुध नहीं ली. ऐसे में अगर ये ही हालात बने रहे तो फिर यह उद्योग पूरी तरह से बंद हो जाएगा.
चुनार की जनता ने खोली विकास की पोल इसे भी पढ़ें - दीपावली से पहले वाराणसी आ रहे पीएम मोदी देंगे 5 हजार करोड़ की सौगात, 31 परियोजनाओं का करेंगे लोकार्पण
वहीं, बिजली, पानी और स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था पर लोगों ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि क्षेत्र में इन सेवाओं की पूर्ति को बेहतर काम हुए हैं. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व कद्दावर नेता ओम प्रकाश सिंह यहां पर 1993 से 2012 तक भाजपा से विधायक रहे. उन्हें विकास के नाम पर चुनार के लोग जीताते रहे.
चुनार की जनता ने खोली विकास की पोल 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा की लहर में ओमप्रकाश सिंह के हार जाने के बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में उनके बेटे अनुराग सिंह भाजपा से विधायक बने हैं. विधायक अनुराग सिंह के कामकाज से क्षेत्र की जनता कितनी संतुष्ट है और उन्होंने क्या काम कराया है व क्या बाकी रह गए हैं के बारे में चलिए क्षेत्रवासियों ने क्या कुछ कहा आपको सुनाते हैं.