मिर्जापुर: पहाड़ी इलाकों में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत हर खेत में पानी पहुंचाने के लिए मिर्जापुर लघु सिंचाई विभाग ने ब्लास्ट वेल तकनीक के जरिए कुएं का निर्माण कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा था, जिसका लक्ष्य प्राप्त हो गया है. प्रयोग सफल रहा तो पठारी इलाकों में भी किसानों के खेत में फसल लहलहाएगी और किसान खुशहाल होंगे.
पहाड़ी इलाकों में पानी की समस्या से जूझ रहे किसानों के लिए ब्लास्ट वेल और डीप वेल तकनीक से लघु सिंचाई विभाग जनपद के 5 ब्लॉक हलिया, लालगंज, राजगढ़, जमालपुर और नारायणपुर के विकास खंडों में 9 करोड़ की लागत से ब्लास्ट वेल, गहरी बोरिंग और मध्यम गहरी बोरिंग का निर्माण कराया जाएगा. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत हर खेत में पानी पहुंचाने के लिए पठारी क्षेत्रों में 62 कुओं का निर्माण तो वहीं 205 मध्यम गहरी बोरिंग 9 गहरी बोरिंग का निर्माण कराया जाएगा, जिसका खर्च 9 करोड़ आएगा.
एक कुएं का निर्माण कराने के लिए 10 लाख रुपये खर्च आएगा, जिसमें से 6 लाख 50 हजार सरकार अनुदान देगी. पहाड़ी क्षेत्र में ब्लास्ट वेल के लिए कृषि समूह के 5 सदस्य किसान होंगे. जिस किसान के खेत में कुंए का निर्माण किया जाएगा, वह अध्यक्ष होगा. खास बात यह है कि एक ही परिवार के सभी सदस्य नहीं होंगे. इन्हीं सदस्यों की निगरानी में कुएं का निर्माण होगा. अनुसूचित जनजाति के लोगों के लिए सौर ऊर्जा भी दिया जाएगा. पूर्वांचल के दो जिलों सोनभद्र और मिर्जापुर में ब्लास्ट वेल करके पहाड़ी इलाकों में पानी निकालने की प्रयास किया जा रहा है.