मिर्जापुर: जिले में जनसुनवाई पोर्टल से प्राप्त शिकायतों के निस्तारण करने के मामले में प्रदेश सरकार ने जून की रैंकिंग जारी की है. इस रैकिंग में प्रदेश के सभी 75 जनपदों में मिर्जापुर को प्रथम रैंक प्राप्त हुई है. पुलिस अधीक्षक द्वारा स्वयं जनसुनवाई पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का त्वरित समाधान और निस्तारण के लिए समस्त अधिकारियों औऱ थाना प्रभारियों को हमेशा निर्देशित किया जाता है. इसके साथ ही जनसुनवाई पोर्टल के कार्यों की मॉनिटरिंग की जाती है, जिसकी वजह से जिले को प्रदेश में प्रथम स्थान मिला है.
जनसुनवाई पोर्टल से प्राप्त शिकायतों को पुलिस कार्यालय में गठित आईजीआरएस सेल संबंधित थानों पर ऑनलाइन प्रेषित करता है. थाना प्रभारी दिए गए समय पर आख्या ऑनलाइन संबंधित को प्रेषित की जाती है. वादी पुलिस कार्रवाई से संतुष्ट है कि नहीं इसका फीडबैक भी पुलिस कार्यालय के आईजीआरएस सेल द्वारा लिया जाता है. इसके बाद प्रदेश सरकार जनपदों की रैंकिंग तय करती है. जून माहमें प्राप्त कुल 694 शिकायतों में सभी का निस्तारण समय पर किया गया है.
मिर्जापुर पुलिस प्रदेश में नंबर वन, जानिए क्यों
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले को आईजीआरएस से प्राप्त शिकायतों के निस्तारण करने के मामले में पहला स्थान मिला है. प्रदेश सरकार ने सभी जिलों की जून महीने की रैंकिंग जारी की है.
मुख्यमंत्री के संदर्भ में 4, ऑनलाइन संदर्भ में 14, जिलाधिकारी/पुलिस अधीक्षक के संदर्भ में 645 ,पीजी संदर्भ में 23, शासन संदर्भ में 2 और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन संदर्भ में 7 शिकायत प्राप्त हुई थीं. ऑनलाइन शिकायत प्रणाली जनसुनवाई पोर्टल पुलिस कार्यालय आईजीआरएस सेल के लगन और परिश्रम से कार्यों का समय पर निस्तारण से यह रैंक प्राप्त हुई है.
आईजीआरएस सेल के प्रभारी साजिद सिद्दीकी, कंप्यूटर ऑपरेटर विकास कुमार, कांस्टेबल रोहन यादव, कांस्टेबल अरविंद कुमार, कांस्टेबल सौरव कुमार, महिला कांस्टेबल प्रियंका गौड़ और महिला कांस्टेबल चंद्रकला प्रजापति की मेहनत से किए गए कार्यों का परिणाम नौवीं बार जनपद मिर्जापुर को आईजीआरएस के निस्तारण में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. इसके पहले कुल 8 बार आईजीआरएस निस्तारण में मिर्जापुर पुलिस प्रथम स्थान पर रहा. वर्ष 2018 में 5 बार और 2019 में 3 बार प्रथम स्थान पर रहा.