मिर्जापुर :मंडलीय अस्पताल को मेडिकल कॉलेज से जोड़ तो जरुर दिया गया है, लेकिन व्यवस्थाओं में यहां कोई परिवर्तन आज भी नहीं हो पाया है. अस्पताल की पोल ऊर्जा राज्यमंत्री के सामने खुल गई. जब इलाज के दौरान एक महिला की मौत हो जाने के बाद परिजन सरकारी शव वाहन के लिए भटक रहे थे. जानकारी मिलने पर ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर पटेल भी पहुंच गए. घंटों मंत्री खड़े रहे फिर भी शव वाहन की सुविधा पीड़ित परिवार को नहीं मिल पाई.
जब ऊर्जा राज्यमंत्री ने मौजूद चिकित्सकों को खरी-खोटी सुनाई और सीएमओ की भी जमकर क्लास ली. तब अस्पताल की व्यवस्था पर नाराजगी जताते हुए शव वाहन चालक के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश देने के साथ ही उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे. यहां के अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों से भी मिलेंगे.
दरअसल, एक 80 वर्षीय वृद्धा शांति देवी गोल्हनपुर, थाना चुनार की रहने वाली थीं. उनको उपचार के लिए परिजन मिर्जापुर मंडलीय अस्पताल लेकर दिन के आए हुए थे. जहां देर शाम महिला की मौत हो गई. महिला की मौत के बाद परिजन सरकारी शव वाहन की मांग कर रहे थे. आरोप है कि अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के समीप चस्पा एंबुलेंस सेवा नंबर पर भी जब संपर्क किया गया तो उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया.