मिर्जापुर:शौक क्या-क्या नहीं करवा देता. इसका एक छोटा सा नजराना पेश किया है, मिर्जापुर के रहने वाले लल्लू ने. लल्लू ने अपने शौक को पूरा करने के लिए साइकिल को कार बना दिया. लल्लू सस्ते में महंगे आनंद का ले रहे हैं. मतलब साइकिल पर कार का आनंद.
लल्लू की साइकिल वाली कार. साइकिल पर कार का मजा
साकेत कॉलोनी के रहने वाले लल्लू सेठ ने कबाड़ से इंडिका कार की स्टेयरिंग लाकर साइकिल में लगा दी है. अब वे साइकिल में ही कार का आनंद ले रहे हैं. लल्लू जब स्टेयरिंग वाली साइकिल सड़क पर लेकर चलते हैं तो लोग देखते ही रह जाते हैं. इनके साइकिल को नगर पालिका अध्यक्ष मनोज जायसवाल ने भी चलाकर सराहना की है. उन्होंने कहा कि स्टेयरिंग वाली साइकिल लोगों के बीच कौतूहल का विषय बन गया है.
जब साइकिल बनी कार...
लल्लू ने कार की तरह साइकिल में स्टेयरिंग और आगे पहिया के पास साइड शीशा लगा है. साथ ही स्टेयरिंग के पास रोकने के लिए ब्रेक भी बना है. कार का शौक रखने वाले लल्लू सेठ साइकिल में एक कार का आनंद महसूस कर रहे हैं. लल्लू आगे इस साइकिल में स्कूटी की सीट, सॉकर, सौर ऊर्जा का टावर, बैटरी लगाएंगे, जिससे वह गाना सुन सकें और हॉर्न बजा सकें. लोग कहते हैं कि आपने बहुत अच्छी गाड़ी बनाई है. इस साइकिल से लल्लू प्रयागराज से लेकर पूर्वांचल के कई जनपदों में घूम चुके हैं.
हनुमान के रंग में रंगी साइकिल..
लल्लू ने कहा कि मेरा शौक था साइकिल को इंडिका कार का रूप देना. एक कबाड़ी के यहां से स्टेयरिंग लाकर उसको साइकिल में सेट कर लिया. अब मुझे चलाने में कार जैसा आनंद महसूस हो रहा है. साइकिल में स्टेयरिंग और साइड शीशा लगाया है. आगे स्कूटी की सीट, सॉकर सौर ऊर्जा का टावर, बैटरी लगाएंगे, जिससे गाना सुन सकें और हॉर्न बजा सकें. लल्लू ने कहा कि लोग कहते हैं कि बहुत अच्छी गाड़ी बनाई है. इसे इंडिका समझो, टाटा सुमो समझो या बस, ट्रक. कुछ लोग तो कहते हैं मोदी ने दिया है, तो हम बोलते हैं हां मोदी ने दिया है. इसलिए अब इस साइकिल का नाम हम मोदी रथ रखेंगे. उन्होंने कहा कि मैंने अपने शौक से साइकिल को हनुमान रंग में रंगा है, उन्हीं के श्रृंगार से. इस साइकिल से हम मिर्जापुर के साथ इलाहाबाद के कई बाजारों जौनपुर और पूर्वांचल के कई जनपदों में घूम चुके हैं. अब इस साइकिल से लखनऊ और दिल्ली जाने वाले हैं. कोई मदद करेगा तो साइकिल वाली कार को और अच्छा बनाने की कोशिश करूंगा.