मिर्जापुर:डाक विभाग में फर्जी अंकपत्र के आधार पर नौकरी दिलाने वाले गिरोह का STF ने खुलासा किया है. वाराणसी STF ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. गिरोह के सदस्य कौशांबी के रहने वाले हैं. एसटीएफ के निरीक्षक पुनीत परिहार के अनुसार यह गिरोह बड़ी संख्या में लोगों को शिकार बना चुका है. चारों आरोपियों को जिले के मुख्य डाकघर से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
एसटीएफ के निरीक्षक पुनीत परिहार के अनुसार एसटीएफ ने भारतीय डाक विभाग में फर्जीवाड़ा कर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग के सरगना सहित चार सदस्यों को शहर कोतवाली के प्रधान डाकघर से गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से दो कार, 23 कूटरचित शैक्षणिक अंक पत्र, छह मोबाइल और 1150 रुपये नकद बरामद हुए हैं. आरोपियों के खिलाफ शहर कोतवाली में धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है.
पुनीत परिहार के अनुसार एसटीएफ को मुखबिर से सूचना मिली थी कि डाकघर में ब्रांच पोस्टमास्टर और असिस्टेंट ब्रांच पोस्टमास्टर के पद पर हाईस्कूल में शैक्षणिक अंक पत्र (मेरिट) के आधार पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है. जिसमें नौकरी के नाम पर ठगी की जा रही है. मुखबिर ने सूचना दी कि ठगी करने वाले गैंग के सदस्य मिर्जापुर के प्रधान डाक घर में पहुचने वाले हैं. जिसके बाद एसटीएफ अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच कर कार सवार गैंग के सरगना उमेश कुमार, सत्यम सिंह, दीपचंद शर्मा, भवर सिंह को गिरफ्तार किया है. सभी कौशांबी जनपद के रहने वाले हैं.