मिर्जापुर: सपा के पूर्व विधायक भाई लाल कोल का रविवार को प्रयागराज में निधन हो गया. भाई लाल कोलबीते काफी दिनों से बीमार थे. कोल दो बार विधायक और एक बार सांसद रहे थे. उन्होंने यूपी की तीनों मुख्य पार्टियों भाजपा, बसपा और सपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था.
भाई लाल कोल का राजनीतिक सफर
बता दें कि भाई लाल कोल मिर्जापुर जिले के लालगंज तहसील के पचोखर गांव के रहने वाले थे. करीब 72 वर्षीय कोल ने 1995 में अपने गांव में पहली बार प्रधानी का चुनाव जीता था. भाजपा से कोल ने 1996 में छानबे विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता. भाजपा ने वर्ष 2001 में उन्हें टिकट नहीं दिया तो कोल ने बसपा का दामन थाम लिया. साल 2004 में सोनभद्र रार्बटसगंज से सांसद चुने गए.
वहीं बसपा ने 2009 में इनका टिकट काट दिया तो कोल ने सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. इसके बाद एक बार फिर साल 2012 में छानबे विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए. 2017 में भी कोल ने विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन भाजपा उम्मीदवार राहुल प्रकाश कोल ने इन्हें पराजित कर दिया. 2019 लोकसभा चुनाव में भाई लाल कोल ने सपा की टिकट पर सोनभद्र से चुनाव लड़ा. इस बार वे अपनादल (एस) के विधायक राहुल प्रकाश कोल के पिता पकौड़ी कोल से पराजित हो गए.
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बताया जा रहा है भाई लाल कोल काफी दिनों से बीमार चल रहे थे. रविवार को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी. परिजन उन्हें लेकर प्रयागराज के एक अस्पताल में पहुंचे. यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. भाई लाल कोल के आकस्मिक निधन से पूरे जनपद में शोक की लहर है.