मिर्जापुर: जिले में पुलिस ने सपा के 30 बड़े नेताओं सहित 40 से 50 अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. बीती 14 सितंबर को विभिन्न मांगों को लेकर जिला मुख्यालय पर सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था. इस दौरान कोविड-19 के नियमों का पालन नहीं किया गया था.
मिर्जापुर में सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज - अखिलेश यादव
यूपी के मिर्जापुर में पुलिस ने 30 बड़े नेताओं सहित 40 से 50 अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. 14 सितंबर को विभिन्न मांगों को लेकर जिला मुख्यालय पर सपा ने प्रदर्शन किया था. इसी के चलते ये मुकदमा दर्ज किया गया है.
दरअसल सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर मिर्जापुर में सपा कार्यकर्ताओं ने विभिन्न मांगों को लेकर जिला मुख्यालय पर बीती 14 सितंबर को प्रदर्शन किया था. इस बीच कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई थीं. साथ ही प्रदर्शन करने वाले अधिकांश कार्यकर्ता बिना मास्क के थे. इसी के चलते सिटी कोतवाली में 30 नामजद नेताओं सहित 50 अज्ञात कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इसमें मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष देवी चौधरी, पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री मुन्नी यादव, पूर्व सपा प्रत्याशी विधानसभा रोहित शुक्ला, पूर्व कोऑपरेटिव चेयरमैन सुरेंद्र सिंह पटेल सहित ज्ञात-अज्ञात 80 नेताओं पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
पुलिस ने एफआईआर में लिखा है कि सपा के जिलाध्यक्ष देवी चौधरी के नेतृत्व में लगभग 70 से 80 की संख्या में कार्यकर्ताओं ने हाथों में बैनर-पोस्टर लिए सरकार विरोधी नारे लगाए गए. कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय के गेट नंबर-1 पर पहुंच गए. कार्यकर्ताओं को समझाने-बुझाने का काफी प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने जिलाधिकारी परिसर में घुसने का प्रयास किया. गेट बंद होने के बावजूद नगर मजिस्ट्रेट क्षेत्राधिकारी एक प्लाटून पीएसी बल के साथ मौके पर थे. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उग्र होकर सरकार विरोधी नारे लगाए. इससे अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया था. प्रदर्शनकारियों की संख्या अधिक होने के कारण किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया था. प्रदर्शनकारियों के खिलाफ धारा 188, 269, 270 और 3/4 के साथ महामारी अधिनियम व 7CLA एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है.