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महिला ग्राम प्रधान की अनोखी पहल: पानी की संकट से जूझ रहे गांव की बदली तस्वीर

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में एक महिला ग्राम प्रधान ने अपने ग्राम के लोगों की समस्या को दूर करने के लिए असंभव को भी संभव कर दिखाया है. पहाड़ी इलाके में जहां बोरिंग करना बहुत ही कठिन काम माना जाता है, वहां के लोगों के लिए उन्होंने 24 घंटे पीने के पानी की व्यवस्था की है. इससे ग्रामीणों में काफी खुशी का माहौल है.

अनोखी पहल
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Published : Oct 27, 2020, 2:24 PM IST

मिर्जापुर: जिले के पहाड़ी इलाकों में गर्मी के दिनों में सबसे बड़ी समस्या पानी की होती है. ऐसे में मिर्जापुर की एक महिला ग्राम प्रधान ने अपने गांव में पानी की टंकी लगवाकर घर-घर नल से शुद्ध पानी की सप्लाई कर गांव की तस्वीर बदल दी है. इस गांव के लोग पहले दूर-दूर तक पानी लेने के लिए जाते थे और अपना काफी समय पानी लाने में ही लगा देते थे. यहां तक कि बच्चे समय से अपने स्कूल भी नहीं जा पाते थे. गांव में शौचालय तो बन गए, लेकिन शौचालयों के लिए पानी नहीं मिलता था. इन सब परेशानियों को देखते हुए महिला ग्राम प्रधान ने यह अभिनव काम किया है. इससे अब गांव के हर घर में 24 घंटे शुद्ध पानी मिल रहा है.

जिले के पटेहरा ब्लॉक के रजौहा गांव की एमए पास महिला ग्राम प्रधान रीना सिंह ने गांव में पानी की समस्या से जूझ रहे लोगों का दर्द समझा. उन्होंने यहां की महिलाओं और बच्चों की समस्या को देखते हुए गांव में जगह-जगह बोरिंग कराकर और कहीं सीमेंट तो कहीं प्लास्टिक वाली पानी की टंकी लगवाकर घर-घर में टोंटी के माध्यम से शुद्ध पानी पहुंचा रही हैं. इस महिला ग्राम प्रधान के कामकाज की तारीफ न सिर्फ गांव के लोग कर रहे हैं बल्कि जिले के अधिकारी भी इसकी जमकर सराहना कर रहे हैं. इससे पहले गांव के लोगों को दूरदराज से पानी लाना पड़ता था. तो अब इसके लिए कहीं जाने की जरुरत नहीं पड़ती है.

पहाड़ी क्षेत्र होने के बाद भी रीना सिंह ने जगह-जगह 700 से लेकर 800 फीट तक बोरिंग कराकर यह असंभव सा कार्य संभव कर दिखाया है. इस पहाड़ी इलाके में बोरिंग करना आसान नहीं था. ऐसे में कई महीनों की कड़ी मशक्कत के बाद गांव में जगह-जगह बोरिंग की गई है. वहीं अब 2500 की आबादी वाले गांव के लोगों को अब 24 घंटे शुद्ध पानी मिल रहा है. साल 2015 में ग्राम प्रधान बनने के बाद रीना सिंह ने ग्रामीणों के लिए पानी की व्यवस्था करने की ठानी. काफी कठीन परिश्रम के बाद अब उनकी यह पहल सार्थक हुई है.

घर-घर तक पहुंचा पीने का पानी.

ग्रामीणों ने बताया कि फरवरी के बाद पानी की समस्या होने लगती है. लोग लंबी-लंबी लाइनों में लगकर या कई किलोमीटर का सफर तय कर पानी लाने जाते थे. इन सब समस्याओं को देखते हुए प्रधान ने बोरिंग कराकर ओवरहेड टैंक बनवाया. इन टंकियों से अटैच करके पाइप लाइन बिछाकर पानी अब घर-घर पहुंचाया जा रहा है. अब लोगों को 24 घंटे पीने का पानी मिल रहा है. गांव की महिलाओं और छात्राओं का कहना है कि पहले पानी लाने में काफी ज्यादा समय लगाना पड़ता था. इस वजह से स्कूल भी टाइम से नहीं पहुंच पाते थे , लेकिन अब बोरिंग हो जाने से पानी के लिए इधर-उधर नहीं जाना पड़ता है. अब किसी भी समय आसानी से पानी मिल जाता है.

मुख्य विकास अधिकारी अविनाश सिंह ने बताया कि भारत सरकार और प्रदेश सरकार लगातार गांव के विकास के लिए प्रयासरत है. पटेहरा ब्लॉक में पहाड़ी इलाका होने के चलते फरवरी के बाद से ही पानी की समस्या हो जाती है. लोग काफी दूर से पानी लेकर आते थे. उसी में रजौहा ग्राम सभा भी पड़ती है. हालांकि यहां की महिला ग्राम प्रधान ने बोरिंग कराकर टंकी के माध्यम से पाइप के द्वारा हर घर पानी की शुद्ध सप्लाई करा रही हैं, जो कि एक सराहनीय कार्य है. इस इलाके में पानी की समस्या पहले बनी रहती थी, लेकिन मिर्जापुर में जल संरक्षण के किए गए कार्यों की वजह से बोरिंग संभव हो पाया है. इस वर्ष बीते गर्मी में कहीं पानी की समस्या देखने को नहीं मिली, क्योंकि अधिकांश तालाब भरे हुए थे. महिला ग्राम प्रधान ने जो काम किया है, इसको देखकर सभी ग्राम प्रधानों से अपील करेंगे कि आप भी इसी तरह से अपने-अपने गांव में पानी की समस्या को दूर करें.

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