मिर्जापुर:जिले में मानसून की पहली बारिश में ही बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर के कुंड में नाले का गंदा पानी भर गया. इससे नाराज पुजारी ने मंदिर के कपाट गुरुवार से अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिए. इतना ही नहीं पुजारी योगानंद गिरी महाराज अनिश्चितकालीन के लिए अमरण अनशन पर बैठ गए हैं. उन्होंने कहा कि समस्या के समाधान होने तक अनशन पर ही बैठे रहेंगे. मंदिर के कपाट बंद होने के कारण भगवान का विग्रह बाहर रखकर पूजा पाठ किया जाएगा. मंदिर के बाहर ही भक्त जल चढ़ाएंगे. वहीं, मौके पर विश्व हिंदू परिषद के नेता और एडीएम शिव प्रताप शुक्ला उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं.
मंदिर के महंत योगानंद गिरि ने कहा कि अब भक्त मंदिर के बाहर सड़क पर पूजा-अर्चना करेंगे. प्राचीन श्री बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर विगत पांच वर्षों से थोड़ी बारिश में ही नाले के मल-मूत्र युक्त जल से भरता रहा है. जिसकी जानकारी शासन-प्रशासन को कई बार मौखिक व लिखित में मंदिर व्यवस्थापक द्वारा दी गई है. लेकिन मात्र आश्वासन के अतिरिक्त कुछ नहीं मिला. त्रिलोकीनाथ का अभिषेक दूध-दही के स्थान पर मल-मूत्र युक्त गंदे जल से होता रहा. इसलिए मंदिर का पट बंद कर आमरण अनशन करने जा रहा हूं. यह अनशन तब तक अनवरत जारी रहेगा, जब तक मंदिर की समस्या का जिला प्रशासन स्थाई समाधान नहीं करता.
दरअसल, जिले में बुधवार रात झमाझम बारिश के बीच बाबा का कुंड गंदे जल से भर गया. सावन के महीने में श्रद्धालुओं को हो रहे दर्शन पूजन की परेशानी को देखते हुए महंत ने यह निर्णय लिया है. इसकी जानकारी मिलने पर जिला प्रशासन के एडीएम शिव प्रताप शुक्ला मंदिर के पुजारी को मनाने पहुंच गए. उन्होंने कहा है कि मामला गंभीर है 24 घंटे के अंदर समस्या का समाधान निकाला जाएगा. उन्होंने मंदिर पुजारी से कहा कि नगरपालिका द्वार आप के पत्र और कहने पर संज्ञान क्यों नहीं लिया गया, उसको देखते हुए कार्रवाई की जाएगी.
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