मिर्जापुर: पराली जलाने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में जिलाधिकारी ने किसानों के साथ बैठक की. बैठक में डीएम ने पराली के समाधान को लेकर कई घण्टे तक किसानों से संवाद किया. जिलाधिकारी ने कहा कि जिन किसानों के पास पराली काटने की सुविधा न हो तो जिला प्रशासन से मदद ले सकता है, जिससे हम पशु आश्रित गौशाला में इस्तेमाल कर सकें.
डीएम ने किसानों के साथ की बैठक. डीएम ने की बैठक
जिले से पराली जलाने को लेकर चार मामले सामने आए हैं. बढ़ते प्रदूषण को लेकर सख्ती और लगातार चेतावनी के बाद भी जिले के मड़िहान तहसील के 4 किसान पराली जलाने से बाज नहीं आए, जिससे उन किसानों से जुर्माना वसूला गया है. इसी कड़ी में बुधवार को डीएम के नेतृत्व में किसानों और अधिकारियों के साथ विकास भवन में घण्टों बैठक की गई.
जिलाधिकारी ने पराली जलाने से होने वाले पर्यावरण के नुकसान के बारे में किसानों को अवगत कराया. साथ ही किसानों से अनुरोध किया कि जो किसान धान काटने के बाद पराली को अपने पशुओं के लिए इस्तेमाल कर लेते हैं तो अच्छी बात है, लेकिन जिन किसान के पास पराली काटने की सुविधा नहीं है, वह जिला प्रशासन से मदद ले सकते हैं. साथ ही हम उनकी पराली को कटवाकर पशु आश्रित गौशाला में इस्तेमाल कर सकें.
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हमारे जिले में पराली जलाने को लेकर 4 मामले सामने आए हैं, उन किसानों से जुर्माना वसूल पर कार्रवाई की गई है. जो अधिकारी लापरवाही करेगा, उनके खिलाफ भी आगे कार्रवाई की जाएगी. पराली जलाने को लेकर जिला प्रशासन सख्त है.
-सुशील कुमार पटेल, जिलाधिकारी