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मिर्जापुर: कर्णावती नदी के जीर्णोद्धार को DM ने चलाया फावड़ा - कर्णावती नदी को पुनर्जीवित करेंगे जिलाधिकारी

उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में छानबे विकासखंड में 19 गांव से गुजरने वाली नदी के जीर्णोद्धार के लिए अब जिलाधिकारी ने पहल की है. इस दौरान डीएम के साथ मुख्य विकास अधिकारी क्षेत्र के विधायक रत्नाकर मिश्रा ने कर्मचारियों के साथ फावड़ा चलाकर सर पर टोकरी लेकर श्रमदान किया.

कर्णावती नदी को पुनर्जीवित करेंगे जिलाधिकारी.

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Published : Jul 6, 2019, 3:12 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

मिर्जापुर:जिले में महाभारत के कर्ण की नदी को पुनर्जीवित करने के लिए जिलाधिकारी ने वीणा उठाया है. 'जल संचय-जीवन संचय' के तहत छानबे विकासखंड में 19 गांव से होकर बहने वाली कर्णावती नदी के जीर्णोद्धार के लिए जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने अधिकारियों और क्षेत्र के विधायक के साथ श्रमदान किया. इस दौरान डीएम ने कहा कि जब तक नदी में पानी नहीं आने लगेगा तब तक श्रमदान होता रहेगा.

कर्णावती नदी को पुनर्जीवित करेंगे जिलाधिकारी.

कर्णावती नदी को पुनर्जीवित करेंगे जिलाधिकारी

  • जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने मिर्जापुर के छानबे ब्लॉक में कर्णावती नदी की सेहत को सुधारने की पहल की है.
  • इस ब्लाक के 19 गांवों से गुजरने वाली कर्णावती नदी की खुदाई और सफाई का अभियान आज से शुरू कर दिया गया है.
  • जिलाधिकारी के साथ मुख्य विकास अधिकारी प्रियंका निरंजन क्षेत्र के विधायक रत्नाकर मिश्रा ने भी कर्मचारियों के साथ फावड़ा चलाकर सर पर टोकरी लेकर श्रमदान किया.
  • डीएम ने ब्लॉक के सभी 19 गांव में नोडल अधिकारियों की तैनाती कर दिए हैं.
  • इनकी निगरानी में प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी, सफाई कर्मचारी सहित जनमानस साफ-सफाई के काम में जुट गया है.

इस नदी का पौराणिक महत्व

यह नदी प्रयागराज मांडा से शुरू होती है. बताया जाता है पांडव जब लाक्षागृह में बंद थे और कौरवों ने मारने का प्रयास किया था तब सारे पांडव निकल गए थे. भीम उसमें रह गए थे उन्होंने सोचा भीम मर गए हैं. पिंडदान करने के लिए यहां पर इकट्ठा हुए थे. पिंडदान करने के लिए यहां पानी नहीं था तो उन्होंने कर्ण से अनुरोध किया कर्ण ने यहां पर बाण मारा जहां पानी निकला. इसलिए इस नदी का नाम कर्णावती नदी पड़ा.

विकासखंड छानबे के 19 ग्राम सभाओं में कर्णावती नदी बहती रही हैं परंतु आज सूख गई हैं. तथा उसमें काफी खरपतवार मिट्टी से पट हो जाने के कारण नदी का बहाव बंद हो गया है. ग्राम सभाओं के माध्यम से मनरेगा के तहत नदी की खुदाई प्रारंभ की जा रही है. तुरंत केवल फावड़ा की खुदाई से यह कार्य पूरा कराने में काफी समय लगेगा. इसलिए खनन मालिकों से सहयोग मांगी है जेसीबी मशीन प्रत्येक ग्राम सभा में खुदाई के लिए वह उपलब्ध भी करा रहे हैं. "
-अनुराग पटेल, जिलाधिकारी. मिर्जापुर

मुख्य विकास अधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहा कि 19 ग्राम सभाओं से गुजरने वाली कर्णावती नदी को पुनर्जीवित करने के लिए यह कार्य किया जा रहा है. सभी ग्राम सभाओं के प्रधानों सरपंचों और पंचायत कार्यों से कार लिया जा रहा है. यह काम बरसात तक चलता रहेगा, जब तक नदी में पानी का बहाव अच्छे से नहीं हो जाता है.

पहले इस नदी में पानी हमेशा बहता रहता था. आज 10 वर्षों से यह नदी सूखी पड़ी हुई है. बरसात में थोड़ा बहुत पानी दिखाई देता है. जगह-जगह मिट्टी का टीला और खरपतवार की वजह से पानी नहीं आ पाता है. अब इस नदी को खोदा जा रहा है हो सकता है पानी बहने लगे पहले हम लोग इसी पानी में नहाते थे और इसी पानी से यहां के किसान सिंचाई भी करते थे.
-लालमणि पाल, स्थानीय

Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

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