मिर्जापुर: कोरोना वायरस के बचाव के लिए पूरे देश को लॉक डाउन किया गया है, ऐसे में सभी दुकानें बंद हैं और लोग घरों में कैद हैं. जिले में लॉक डाउन की वजह से जिला प्रशासन लोगों को राहत देते हुए घरों में बंद लोगों तक सामान की आपूर्ति कर आ रहा है. इस दौरान शहर के 38 वार्डों में गाड़ियों से खाने-पीने के सामान डोर टू डोर पहुंचाया जा रहा है. शहर में प्रत्येक वार्डों के लिए एक एक गाड़ी की व्यवस्था की गई है. इन गाड़ियों पर सामान के रेट लिस्ट लगे हुए हैं. गाड़ी पहुंचते ही लोग दौड़ पड़ते हैं, तब पुलिसवाले लाइन लगवा कर लोगों को समान का वितरण कर आते हैं. लोगों का कहना है कि कोरोना से लड़ने के लिए हम तैयार हैं.
कोरोना से लड़ने के लिए मिर्जापुर तैयार, घर-घर पहुंच रहा घरेलू सामान
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में लॉक डाउन की वजह से जिला प्रशासन राहत देते हुए घरों में बंद लोगों तक सामान की आपूर्ति कर आ रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन की कोरोना से लड़ने के लिए यह अच्छी व्यवस्था है.
जिला प्रशासन डोर टू डोर पहुंचा रहा सामान
कोरोना वायरस को लेकर लॉक डाउन की घोषणा होते ही सभी दुकानें बन्द हो चुकी हैं और लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. इस वजह से जिला प्रशासन अपनी गाड़ियों के माध्यम से पहले दिन से ही डोर टू डोर लोगों के घरों तक आवश्यक खाने-पीने का घरेलू सामान पहुंचा रहा है. जिले में 38 वार्डों के लिए 19 गाड़ियों को लगाया गया है. इन गाड़ियों की मदद से लोगों के घरों तक सब्जी और दैनिक किराने के सामान की आपूर्ति की जा रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉकडाउन की घोषणा के बाद घर की जरूरत के सामानों को लेकर संशय में पड़े लोगों को तक सामान पहुंचाने के बाद लोग अब राहत महसूस कर रहे हैं. सामान लेने के लिए गाड़ी पहुंचते ही लोग अपने चौराहे पर पहुंच जाते हैं और पुलिसकर्मी डिस्टेंस बनवाकर लाइन में लगवाकर सभी को समान वितरण करते हैं. पुलिस लोगों को समझा रही है कि दूरी बनाकर ही सामान खरीदें, सामान खरीदने के बाद आप अपने घरों में ही जाएं. गाड़ियां 1 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक मोहल्ले-मोहल्ले घूम कर लोगों को जरूरत का सामान पहुंचा रही हैं.
स्थानीय लोगों ने कहा व्यवस्था अच्छी
शहर के शबरी चौराहा, महंत शिवाला और विंध्याचल में लोगों के घरों तक समान लेकर पहुंची गाड़ी से सामान लेने पहुंचे स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन की कोरोना से लड़ने के लिए यह अच्छी व्यवस्था है. उन्होंने कहा कि हम सभी तैयार हैं. लोगों ने कहा कि वह गाड़ी देखते ही घरों से निकल कर सामान खरीदकर पुनः घर में वापस हो जा रहे हैं. लोगों की कहना है कि जो व्यवस्था है उसी व्यवस्था में काम चलाएंगे, बाहर नहीं निकलेंगे.