मिर्जापुर: शनिवार से शारदीय नवरात्र आरंभ हो गया है. विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में भी आधी रात से भक्तों का आना शुरू हो गया था. मां विंध्यवासिनी की मंगला आरती के बाद श्रद्धालु लंबी-लंबी लाइनों में लगकर कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए दर्शन-पूजन कर रहे हैं. कड़ी सुरक्षा के बीच नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री स्वरूप का भक्त दर्शन कर रहे हैं.
बता दें कि विंध्याचल धाम एक ऐसा धाम है, जहां तीन देवियां विराजमान हैं. महालक्ष्मी के रूप में मां विंध्यवासिनी, महाकाली के रूप में कालीखोह की देवी और महासरस्वती के रूप में अष्टभुजा देवी हैं. नवरात्रि में यहां प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु देश के कोने-कोने से पहुंचते हैं. मान्यता है कि मां अपने साधकों की हर मुराद पूरी करती हैं.
मिर्जापुर जिले के विंध्याचल में मां विंध्यवासिनी का भोर में मंगला आरती के साथ ही नौ दिन तक चलने वाला शारदीय नवरात्र आरंभ हो गया. इन नौ दिनों तक दूर-दूर से आने वाले भक्त यहां पर मां विंध्यवासिनी की पूजा आराधना करेंगे. नवरात्र के पहले दिन कोविड-19 की महामारी के दौरान भी भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर में दर्शन पूजन के लिए पहुंचे. सुबह तो भीड़ कम थी जैसे-जैसे दिन चढ़ा वैसे से भीड़ बढ़ती गई. भक्तों के हाथों में मां को चढ़ाने के लिए नारियल, चुनरी और लगातार जयकारे लगाते हुए मंदिर की तरफ बढ़ते जा रहे थे.