मिर्जापुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के पूर्व संध्या पर मिर्जापुर के एक दंपती ने अपना देहदान कर दिया है. दंपति ने कहा कि उनके मरने के बाद उनका शरीर जन कल्याण के काम आ सकेगा. गुमटी चलाकर रोजी-रोटी चलाने वाले दोनों मेडिकल कॉलेज को देहदान करने वाले पहले दंपति बन गए हैं.
देश के पीएम नरेंद्र मोदी का जन्मदिन हर साल 17 सितंबर को जन्मदिन मनाया जाता है. उनके जन्मदिन को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. इस बार जनपद में 5 कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. जिसमें एक कार्यक्रम अंगदान भी है. भागवत कथा में विंध्याचल के अटल चौक निवासी एक बुजुर्ग अमरनाथ गुप्ता (72) ने महाराज से सुना कि महर्षि दधीचि ने इंद्र के कल्याण के लिए अपना अस्थि दान कर दिया था. इस कथा से प्रभावित होकर बुजुर्ग ने अपना देहदान करने का निर्णय लिया है. इस दौरान बुजुर्ग अमरनाथ को पता चला कि मोदी के जन्मदिन पर अंगदान का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया है. इसके बाद बुजुर्ग ने निर्णय लिया कि वह मोदी के जन्मदिन पर देहदान करेंगे. इसकी जानकारी जब उनकी पत्नी उमा देवी को हुई तो उन्होंने भी देहादान करने का निर्णय लिया. मेडिकल कॉलेज मिर्जापुर में देहदान करने वाले वह जनपद के पहले दंपति बन गए हैं.
दंपति ने मेडिकल कॉलेज में दान किया देह
विंध्याचल अटल चौराहा के पास गुमटी चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले अमरनाथ गुप्ता ने बताया कि मध्यप्रदेश के दतिया स्थित वह अनामय आश्रम में अपने गुरु के यहां गए हुए थे. वहां भागवत कथा चल रही थी. भागवत सुना रहे महाराज ने महर्षि दधीचि के अस्थि दान के बारे में बता रहे थे. उसी भागवत कथा को सुनकर उन्होंने निर्णय लिया कि वह भी देहदान करेंगे. जिससे उनकी शरीर जनकल्याण के काम में आ सके. इसके बाद हाल ही में उन्हे समाचार के माध्यम से पता चला कि मोदी के जन्मदिन के अवसर पर अंगदान का कार्यक्रम भी होने वाला है. इसके बाद उन्होंने निर्णय लिया कि प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के अवसर वह देहदान करेंगे. इस बात की जानकारी जब उनकी पत्नी को हुई तो वह भी देहदान करने के लिए तैयार हो गई. इसके बाद उन्होंने अपने बेटों को बताकर मेडिकल कॉलेज में देहदान कर दिया.