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काशी विश्वनाथ की तर्ज पर बन रहा विंध्य कॉरिडोर, लोगों को सता रहा डर - मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी मंदिर

पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर काफी चर्चा में रहा है. इसी आधार पर यूपी के मिर्जापुर में मां विंध्यवासिनी मंदिर परिक्षेत्र को विकसित करने की कार्ययोजना तैयार की गई है. सीएम योगी ने इस योजना के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इस योजना से स्थानीय लोग आशंकित हैं.

विंध्य कॉरिडोर के प्रस्ताव को मिली मंजूरी.

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Published : Jul 10, 2019, 5:45 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

मिर्जापुर:काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर विंध्याचल में परिक्रमा पथ बनाया जाएगा. 331 करोड़ की लागत से बनने वाले विंध्य कॉरिडोर के तहत विश्व प्रसिद्ध मां विंध्यवासिनी मंदिर जाने वाली सभी गलियों को चौड़ा किया जाएगा. जिलाधिकारी ने इस कार्य योजना को लेकर नाप पूरी करा ली है. मिर्जापुर सांसद अनुप्रिया पटेल ने जिलाधिकारी को प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने की बात कही थी. मुख्यमंत्री ने नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा से बातचीत के बाद प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है. जल्द ही शासन से एक टीम भेजी जाएगी जो प्रस्तावित जगह का सर्वे करेगी. अपनी रोजी-रोटी छिनने के डर से स्थानीय लोग इस कॉरिडोर का विरोध कर रहे हैं.

विंध्य कॉरिडोर के प्रस्ताव को मिली मंजूरी.

काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर होगा विकास

विश्व प्रसिद्ध मां विंध्यवासिनी मंदिर का विकास काशी विश्वनाथ की तर्ज पर विंध्य कॉरिडोर योजना के तहत किया जाएगा. इस योजना के तहत मां विंध्यवासिनी मंदिर जाने वाली सड़कों को चौड़ा किया जाएगा. इस योजना की जद में आने वाले दुकान और मकानों को गिराया जाएगा. गलियों और सड़कों को 35 से 50 फीट तक चौड़ा किया जाएगा. मां विंध्यवासिनी मंदिर परिक्षेत्र के विकास के लिए कुल 331 करोड़ 69 लाख 29 हजार रुपए का आंवटन किया जाना है. इसमें विंध्याचल परिक्रमा पथ सहित कुल 18 कार्य किए जाएंगे. इसमें से सबसे ज्यादा 280 करोड़ परिक्रमा पथ पर खर्च होंगे. इसी तरह विंध्याचल रोड निर्माण पर 167 करोड़ की लागत आएगी. डेकोरेशन और इलेक्ट्रिक काम पर 25 करोड़ खर्च कर मंदिर परिक्षेत्र को भव्यतम रूप दिया जाएगा.

विंध्य कॉरिडोर के प्रस्ताव को मिली मंजूरी.

स्थानीय लोग नहीं हैं खुश
स्थानीय लोगों का कहना है कि विंध्य कारीडोर बनने के लिए हम साथ देंगे लेकिन विंध्याचल अपनी गलियों के लिए जाना जाता है. यहां आने वाले पर्यटक दर्शन के साथ-साथ गलियों को भी देखते हैं इसलिए एक संतुलित विकास की जरूरत है. पुराने स्वरूप को बदला नहीं जाना चाहिए. साथ ही जिन लोगों की रोजी-रोटी मंदिर की वजह से चलती है उनका भी ख्याल रखने की जरूरत है. उनके लिए रोजगार की व्यवस्था करनी होगी ताकि अधिग्रहण के बाद उनका घर चल सके.

सरकार हमारी रोजी-रोटी छीन रही है. बदले में हमें नौकरी या कोई धंधा उपलब्ध कराएं जिससे कोई परेशानी न हो. हम विकास के साथ हैं लेकिन रोजी-रोटी छिनने की कीमत पर विकास नहीं चाहिए.
-मोनू गुप्ता, दुकानदार

विंध्याचल में यह होंगे काम

  • 167 करोड़ की लागत से बनेगी मिर्जापुर-विंध्याचल रोड.
  • काली रोड पर 12 करोड़ खर्च किए जाएंगे.
  • अष्टभुजा रोड के निर्माण पर 10 करोड़ की लागत आएगी.
  • बंगाली तिराहा से अमरावती रोड पर खर्च होंगे 7 करोड़.
  • पुरानी वीआईपी रोड पर 29 करोड़ खर्च होंगे.
  • नई वीआईपी कचौड़ी गली की लागत 11 करोड़ होगी.
  • थाना गली बच्चा पाठक रोड के लिए 7 करोड़ का आंवटन किया गया है.
  • डेकोरेशन लाइटिंग के लिए 12 करोड़ जबकि इलेक्ट्रॉकल वर्क पर 12 करोड़ खर्च होंगे.

मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. सीएम ने सार्वजनिक शौचालय, पार्किंग जैसी सुविधा जोड़ने के सुझाव भी दिए हैं. साथ ही जिनकी दुकानें जा रही हैं उनके लिए कोई जगह चिन्हित करने के लिए कहा गया है. जिनकी दुकान और मकान जा रहे हैं उन्हें भरपूर मुआवजा दिया जाएगा. किसी भी स्थानीय दुकानदार को शिकायत नहीं होगी.
-अनुराग पटेल, जिलाधिकारी

Last Updated : Sep 10, 2020, 12:19 PM IST

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