मिर्जापुर: इंसानी सिजेरियन डिलीवरी तो आप सबने सुनी होगी, लेकिन क्या आपने कभी किसी कुत्ते की सिजेरियान डिलीवरी सुनी है, जी हां कुत्ते की सिजेरियन डिलीवरी यहीं नहीं सफल सिजेरियन डिलीवरी कहें तो यह अतिश्योक्ति नहीं होगी. ऐसा कारनामा किया है बीएचयू बरकछा साउथ कैंपस के पशु चिकित्सकों की टीम ने. जब मिर्जापुर से आई एक बीमार फीमेल लेब्राडोर की गुरुवार सिजेरियन डिलीवरी कराई गई. इस टीम में चार डॉक्टर और चार शोध छात्रों ने बड़ी ही सफलतापूर्वक इस कारनामें को अंजाम दिया. सिजेरियन के बाद लेब्राडोर के नौ बच्चों को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है.
BHU में कुत्ते की हुई सिजेरियन डिलीवरी
यूपी के मिर्जापुर से आई एक फीमेल लेब्राडोर की डॉक्टरों ने सिजेरियन डिलीवरी कराई है. लेब्राडोर के नौ बच्चे स्वस्थ हैं और डॉक्टरों की निगरानी में हैं. बताया जा रहा है कि फीमेल लेब्राडोर सांस की गंभीर बीमारी से जूझ रही थी.
कुत्ते की सिजेरियन डिलीवरी
बताया जा रहा है कि फीमेल लेब्राडोर श्वांस की गंभीर बीमारी से जूझ रही थी. उसे और उसके बच्चों के बचने की उम्मीद बहुत बेहद कम थी. इसको देखते हुए बीएचयू वेटनरी के पशु चिकित्सालय के सर्जरी हेड एनके सिंह के नेतृत्व में डाक्टरों की टीम ने उसकी सर्जरी शुरू की. कुछ ही समय में यह सर्जरी सफल हो गई. उसके साथ नौ स्वस्थ बच्चों को भी बचा लिया गया. सफल सर्जरी होने पर डाक्टरों और लोगों में खुशी की लहर है.
कुत्तों में यह बहुत ही असामान्य और दुर्लभ घटना होती है
पशु चिकित्सा सर्जरी और रेडियोलाजी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर एनके सिंह ने बताया कि कुत्तों में यह एक बहुत ही असामान्य और दुर्लभ घटना होती है. गर्भवती कुतिया को सांस ले पाने में बेहद कठिनाई हो रही थी. इससे वह सामान्य रूप से अपने बच्चों को जन्म नहीं दे सकती थी और कुतिया व उसके सारे पिल्लों की जान को खतरा था. इस सर्जरी को सफल बनाने वाले टीम में डॉक्टर एनके सिंह, डॉ विनोद कुमार ,डॉक्टर डी डी मैथ्यू,, डॉ राहुल उदेहिया के साथ शोध वाले छात्र अनिरुद्ध ,पल्लवी मौर्या, पवन कुमार निषाद ,कृतिका पटेल शामिल थीं.