मिर्जापुर: कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने लिए पूरे देश को लॉकडाउन किया गया है. लॉकडाउन के कारण इन दिनों आंगनबाड़ी केंद्रों की सभी गतिविधियां ठप हैं. ऐसे में बाल विकास और पुष्टाहार विभाग ने एक नई पहल शुरू की है.
विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकत्री और अन्य कर्मचारी इस बार घर-घर पुष्टाहार पहुंचाएंगे. मिर्जापुर के 2668 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से लगभग तीन लाख लाभार्थियों को पोषाहार वितरण घर-घर पहुंचाने का लक्ष्य है.
जानकारी देते जिला कार्यक्रम अधिकारी. लॉकडाउन में आंगनबाड़ी केंद्र की सभी गतिविधियां ठप हैं. ऐसे में सरकार लोगों की प्रतिरोधक क्षमता को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए इस बार बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग ने एक नई शुरुआत की है.आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका लाभार्थियों के घर घर जाकर रजिस्टर में नोट करके उनको पोषाहार वितरण करेंगी. मिर्जापुर में कुल 14 परियोजनाएं हैं, जिसमें से 10 परियोजनाएं का पोषाहार प्राप्त हो चुका है. शासन से इसके लिए रोस्टर जारी करके पोषाहार वितरण शुरू करा दिया गया है.
इसे भी पढ़ें-आगरा में 14 नये कोरोना संक्रमित मिले, कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या हुई 255
चार परियोजना का अभी पोषाहार प्राप्त होना बाकी है. इसको मिलते ही रोस्टर जारी करके तत्काल घरों तक पहुंचाया जाएगा. कुल तीन लाख लाभार्थियों को जनपद में लाभ पहुंचाने का लक्ष्य 25 से 26 अप्रैल तक घर-घर जाकर आंगनबाड़ी कार्यकत्री और सहायिका रजिस्टर में मोबाइल नंबर के साथ नोट करके पोषाहार वितरण करेंगी, जिससे लॉकडाउन में घर पर ही पोषाहार प्राप्त हो जाए और कोरोना वायरस से बचा भी जा सके. इसके लिए कार्यकत्री सहायिका कोरोना वायरस के जितने भी नियम हैं, उसको पालन करते हुए पहुंचाएंगे.
जिले में लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता 14 परियोजनाएं चलाई जा रही हैं. पोषाहार 10 परियोजनाएं का प्राप्त हो चुका है, जिसको वितरण शुरू करा दिया गया है. घर-घर आंगनबाड़ी कार्यकत्री हाथ बार धोकर मास्क लगाकर लोगों तक पहुंचाएंगी. इस परियोजनाओं के तहत कुल तीन लाख लाभार्थियों को लाभ पहुंचाया जाएगा.
-पीके सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी