मिर्जापुरः योगी सरकार के लाख दावों के बाद स्वास्थ्य व्यवस्था सुधरने का नाम ही नहीं ले रही है. मिर्जापुर के जमालपुर स्वास्थ्य केंद्र पर नशबंदी कराने के बाद महिलाओं को एम्बुलेंस की जगह ट्राली (सिगड़ी) से ले जाते एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. महिलाओं की नशबंदी के बाद परिजन उन्हें ट्राली (सिगड़ी) पर लाद कर वापस घर ले जा रहे हैं. ट्राली से घर लेकर जा रहे परिजनों के मुताबिक सौ रुपया एंबुलेंस के लिए मांगा जा रहा था. इसलिए हम लोग मजबूरन ट्राली से ले जा रहे हैं.
वहीं इस बारे में जब प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजन सिंह से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि पैसा लेना गलत बात है, एम्बुलेंस की रही बात तो दो एम्बुलेंस है. सभी को समय लगता है, लेकिन पहुंचा दिया जाता है. लेकिन किसी को नजदीक होने के चलते जल्दी रहता है, तो अपने साधन से लेकर जाते हैं.
हर साल लाखों रुपये स्वास्थ्य पर खर्च करने के बाद भी तस्वीर हैरान कर देने वाली मिर्जापुर के जमालपुर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें जमालपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी कैंप से नसबंदी कराने वाली महिलाओं को ट्राली (सिगड़ी) से लादकर घर ले जाते हुए लोग दिखाई पड़ रहे हैं. बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य केंद्र पर 14 सितंबर 2021 को नसबंदी कैम्प का आयोजन किया गया था. जिसमें 30 महिलाओं की नशबंदी की गयी थी. स्वास्थ्य केंद्र पर महिलाओं को ले जाने के लिए दो एम्बुलेंस लगाया गया था. लेकिन स्थानीय लोगों ने महिलाओं को ट्राली पर लाद कर उन्हें घर लेकर जाने लगे. कई लोग नशबंदी के बाद महिलाओं को ट्राली पर लाद कर घर ले गए. महिलाओं को ट्राली पर घर ले जा रहे परिजनों का कहना है कि एम्बुलेंस का 100 रुपया मांगा जा रहा था. इसलिए ट्राली पर मजबूरी में ले जा रहे हैं.