मिर्जापुर:कोरोना वायरस से छुटकारा पाने के लिए पूरे देश को लॉकडाउन किया गया है. कोरोना से लड़ने के लिए सबसे ज्यादा मेहनत मेडिकल से जुड़े लोग कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कोरोना वायरस से बचने के लिए कोई सुरक्षा किट नहीं मिल पा रहा है.
एंबुलेंस कर्मचारियों को नहीं मिल रहा सुरक्षा किट. कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सरकार तमाम तरह की सुविधा लोगों तक उपलब्ध करा रही है. तो वहीं मेडिकल क्षेत्र में काम कर रहे कुछ ऐसे लोग भी हैं जो जीवन को बचाने में रात दिन काम में लगे हुए हैं, लेकिन उनको कोई सुरक्षा किट उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. मिर्जापुर एंबुलेंस चालक और ईएमटी कर्मचारियों को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए कोई सुरक्षा किट उपलब्ध नहीं कराया गया है.
जनपद मिर्जापुर में लगभग 65 एंबुलेंस गाड़ियां हैं. इसमें लगभग 200 एंबुलेंस कर्मचारी काम कर रहे हैं. सभी के पास कोरोना वायरस से लड़ने के लिए कोई सुरक्षा कीट नहीं है. एक मास्क दिया गया है वह भी धूल-धूल कर काम चला रहे हैं. न ही सैनिटाइजर दिया गया है और न ही गाड़ियों को सेनेटाइज किया गया है. वहीं कर्मचारियों ने कहा कि हमारी मांगें 31 मार्च तक पूरी नहीं होती है तो हम लोग लॉकडाउन का पालन करेंगे. ऐसे में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
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अभी तक न तो गाड़ी सैनिटाइज करायी गयी है, न ग्लव्स मिल पा रहे हैं. एक मास्क दिया गया है. वही धो-धो कर काम चला रहे हैं, जबकि कहीं से कॉल आ रहा है तो हमलोग तत्काल पहुंच रहे हैं. इसके साथ ही 3 महीने से कंपनी वेतन भी नहीं दे रही है और न ही पीएफ जमा कर रही है. हम लोग भुखमरी की कगार पर आ गए हैं. हम लोगों की 31 मार्च तक मांगें पूरी नहीं होती है तो कार्य बहिष्कार कर देंगे, जिस तरह से लॉकडाउन में सभी प्राइवेट कर्मचारी चले गए हैं हम भी चले जाएंगे.
शारदा प्रसाद,कर्मचारी