मिर्जापुर:गरीबों की जमीन हड़पने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ भू-माफियाओं पर मंगलवार को कार्रवाई की गई. डीएम ने दो तहसीलदार, एक नायब तहसीलदार, दो लेखपाल और एक पेशकार सहित 8 अन्य लोगों पर गरीबों की जमीन हड़पने के 4 मामलों में कराया मुकदमा दर्ज कराया है. जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि सभी को जेल भेजा जाएगा.
इन अधिकारियों पर गिरी गाज गिरी:सदर तहसील के नायाब तहसीलदार लालचंद राम, पेशकार रमाशंकर, लेखपाल अरुण कुमार सहित कुल आठ लोगों विंध्याचल थाने में, तो वहीं तत्कालीन तहसीलदार सदर(सेवानिवृत्त) राजाराम, तत्कालीन तहसीलदार सदर(सेवानिवृत्त) विनोद कुमार सिंह, तत्कालीन भिस्कुरी ग्राम प्रधान सूर्यबली मौर्या समेत कुल 6 के खिलाफ देहात कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है.
पहला मामलाः विंध्याचल शिवपुर उर्फ रसूलपुर के रहने वाले शशांक शेखर गिरी ने प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की थी. उन्होंने कहा था कि लेखपाल अपना प्रभाव दिखाकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर भगवन्ती देवी पत्नी स्व. बैजनाथ के स्थान पर विपक्षी ने वरासत करा लिया. भू-माफियाओं द्वारा कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है. इस प्रकरण की जब उप जिलाधिकारी सदर ने जांच की तो शिकायत सही पाई. जिसके बाद इस मामले में लेखपाल, रजिस्ट्रार, कानूनगो, नायब तहसीलदार व संबंधित भू माफियाओं के खिलाफ थाना विन्ध्याचल में मुकदमा दर्ज कराया है.
दूसरा मामलाःइसी तरहमडिहान तहसील के पटेहरा कलां क्षेत्र के रहने वाले बच्चालाल ने शिकायत की थी कि भू-माफियाओं व संबंधित लेखपाल ने फर्जी कूटरचित दस्तावेज के आधार पर किसी अन्य व्यक्ति के नाम वरासत करा दी. इसके बाद लेखपाल ने अपने बेटे के नाम जमीन खरीद ली. प्रकरण की जांच उप जिलाधिकारी मड़िहान से कराई गयी. जांच में शिकायत सही मिली. जिसमें कुंवर प्रसाद लेखपाल ने फर्जी तरीके से नाम वरासत कराकर अपने बेटे के नाम जमीन का बैनामा कराया था. इस मामले में थाना संतनगर में लेखपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है.