मिर्जापुर: राजगढ़ थाना क्षेत्र में जेट्रोफा का फल खाने से 21 छात्रों की तबीयत खराब हो गई. आनन-फानन में परिजनों ने बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया. सभी बच्चे एक गांव के हैं. फिलहाल सभी बच्चों का राजगढ़ सीएचसी पर इलाज चल रहा है. जानकारी मिलने पर शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर बच्चों का हाल जाना है.
बता दें कि राजगढ़ थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय करौंदा में सोमवार को पढ़ने गए बच्चे छुट्टी के बाद घर वापस लौटते समय जेट्रोफा का फल खा लिया. घर वापस पहुंचते ही बच्चों की हालत बिगड़ने लगी. परिजनों ने आनन-फानन में सभी को छात्रों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में भर्ती कराया, जहां इलाज चल रहा है.
बताया जा रहा सोमवार को विद्यालय की छुट्टी होने के बाद बच्चों को घर भेजकर अध्यापक विद्यालय से अपने चले गए. जल निगम का कार्य चलने से कुछ कर्मचारी विद्यालय परिसर में ही रहते हैं, जिससे विद्यालय का मुख्य गेट खुला रहता है. विद्यालय परिसर में जेट्रोफा का पौधा भी लगा है. छुट्टी हो जाने के बाद छात्र पुनः घर से वापस आकर जेट्रोफा का फल खा लिया और स्कूल बैग में भरकर घर भी ले गए.
घर पहुंचने के कुछ देर बाद बच्चों की हालत बिगड़ने लगी. बच्चों को उल्टी दस्त होने लगी. एक ही बस्ती के 21 बच्चों की हालत बिगड़ने पर परिजन घबरा गए. बस्ती में अफरा-तफरी मच गई. परिजनो बच्चों से पूछताछ करने पर बच्चों ने बैग में रखा जेट्रोफा का फल दिखाते हुए उसे खाने की बात कही, जिस पर परिजनों ने आनन-फानन में सभी बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में भर्ती कराया, जहां बच्चों का इलाज चल रहा है.
प्राथमिक विद्यालय करौंदा के प्रधानाचार्य संजय सिंह ने बताया कि विद्यालय परिसर में उगे जेट्रोफा के पौधों को कटवाने के लिए ग्राम प्रधान से कई बार कहा गया, लेकिन ग्राम प्रधान द्वारा उसे नहीं करवाया गया और विद्यालय परिसर में सफाई के लिए सफाईकर्मी भी कभी दिखाई नहीं देते. विद्यालय परिसर में काफी झाड़ियां उग आईं हैं.
आज स्कूल बंद हो जाने के बाद बच्चे दोबारा वापस आकर झाड़ियों में से लगे जेट्रोफा के पौधों से तोड़कर खा लिया है, जिससे तबीयत बड़ी है. सूचना मिलते ही राजगढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक राणा प्रताप यादव सीएचसी राजगढ़ में भर्ती बच्चों का निरीक्षण किए तथा विद्यालय परिसर में जेट्रोफा के पौधों का भी निरीक्षण किया है.
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