मेरठ: गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट में लेंटर गिरने के मामले को लोग भूल भी नहीं पाए थे कि मेरठ के नवनिर्मित शौचालय का लेंटर लोकार्पण से पहले ही गिर गया. एक ओर जहां केंद्र एवं प्रदेश सरकार करोड़ों रूपये खर्च करके देश को विकास की पटरी पर दौड़ाने का प्रयास कर रही है, वहीं विकास कार्यों से जुड़े सरकारी नुमाइंदे सरकार की योजनाओं को न सिर्फ पलीता लगाने में जुटे हैं, बल्कि कमीशन खोरी के चक्कर में लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला मेरठ के सरधना में सामने आया है, जहां लोकार्पण से पहले ही नवनिर्मित सार्वजनिक शौचालय का लेंटर गिर गया. मोहल्ला इस्लामाबाद में प्राथमिक विद्यालय के पास बना यह सार्वजनिक शौचालय रविवार से हो रही हल्की बूंदाबादी भी नहीं झेल पाया. सोमवार को रेत से बना शौचालय का लेंटर ताश के पत्तों की तरह ढह गया. हाल ही में बने इस शौचालय के लेंटर का इस तरह ढह जाना भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रहा है. फिलहाल मामला सामने आने पर एसडीएम सरधना ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं.
अब मेरठ में लोकार्पण से पहले गिरा शौचालय का लेंटर
यूपी के मेरठ में नवनिर्मित शौचालय का लेंटर गिर गया. गनीमत रही कि शौचालय का लोकार्पण नहीं हुआ था, जिससे यह मुरादनगर का श्मशान बनने से बच गया. इस मामले को लेकर डीएम के. बालाजी ने घटिया सामग्री से बनाए गए शौचालय की जांच के आदेश दिए हैं.
शौचालय का लेंटर गिरा.
टला बड़ा हादसा
यह नवनिर्मित शौचालय बेमौसम हुई हल्की सी बूंदाबादी भी नहीं झेल पाया है. बताया जा रहा है कि यह शौचालय मानकों के विरुद्ध बनाया गया था. सीमेंट के नाम पर इसमें रेत का इस्तेमाल किया गया. इसको लेकर नगर पालिका एवं निर्माण विभाग पर सवाल उठने लगे हैं. गनीमत ये रही कि अभी शौचालय का उद्दघाटन नहीं किया गया था, जिससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया. इस मामले में डीएम के. बालाजी ने घटिया सामग्री से बनाए गए शौचालय की जांच के आदेश दिए हैं.