मेरठ: शहर में आयोजित अखिल भारतीय आयुर्वेद महासम्मेलन का शुभारंभ उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी सुदेश धनखड़, प्रदेश की गवर्नर आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया. इस मौके पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी पंचायत में माइक ऑफ हो जाते हैं. इससे घोर और बड़ा असत्य कुछ हो नहीं सकता है. भारत की संसद में माइक ऑफ नहीं होता. वह बोले कि अब भारत का दुनिया में इंतजार होता है कि किसी भी मुद्दे पर देश क्या बोलेगा. भारत का लोहा दुनिया मान रही है.
Ayurveda Mahakumbh : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बोले, सबसे बड़ी पंचायत में माइक ऑफ हो जाते हैं, इससे बड़ा असत्य कुछ नहीं
11:50 March 11
Ayurveda Mahakumbh : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गवर्नर आनंदीबेन पटेल पहुंचीं मेरठ
उन्होंने इमरजेंसी कॉल को देश का काला अध्याय बताया. वह बोले कि एक बार मेरी मुलाकात योग गुरु बाबा रामदेव से हुई. उन्होंने मुझे गुस्से को दूर करने के लिए कुछ योग बताए थे. मैने उनसे कहा ऐसा योग बताइए जिससे संसद की गरिमा बनी रहे.
उपराष्ट्रपति ने कहा कि मैं यह जरूर कहूंगा कि हमें सोचना पड़ेगा की आज भारत कहां है. जो सोचा नहीं था, जिसकी कल्पना नहीं की थी, वह सब भारत में हो रहा है. उन्होंने यूपी में बीते दिनों हुए इन्वेस्टर समिट को लेकर सीएम योगी की तारीफ की.
वह बोले कि कोविड काल को लीजिए, आज के दिन पूरी दुनिया जिस तरह कोविड के समय हमने कार्य किया उसे लेकर हमारी ओर देख रही है. उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमने वैक्सीन बनाई लेकिन लोगों के गले नहीं उतरी. 220 करोड़ डोज लगीं. विश्व की बड़ी से बड़ी ताकत भी यह दावा नहीं कर सकती कि वह डिजिटल है. सभी की डिजिटल मैपिंग है. उन्होंने कहा कि कोविड के दौर में हमने देखा कि किस तरह से आयुर्वेद ने सभी के लिए मदद की. उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमारा योग विश्ववभर में फैला है. दुनिया इस ओर ध्यान दे रही है. उन्होंने स्लोगन दोहराया कि पहला सुख निरोगी काया है.
मोटे अनाजों को लेकर उपराष्ट्रपति ने कहा कि 2018 में केंद्र सरकार ने मिलेटस को प्रोत्साहन दिया था. पूरी दुनिया मे भारत का मान बढ़ रहा है. भारत के किसान के लिए यह बेहद ही सार्थक बात है. उन्होंने कहा कि वह स्वयं जिस प्रान्त से आते हैं वहां बाजरा बहुत ज्यादा पैदा किया जाता है.
हम ऐसा माहौल पैदा करें कि लोकतंत्र के मन्दिर में अच्छा आचरण हो. उन्होंने कहा कि एक वह दौर था, जब सांसद को 50 गैस कनेक्शन साल में दिए जाते थे लेकिन आज एक समय यह है जब महज तीस साल के अन्तराल के बाद भारत की जनता ने एक ही राजनीति पार्टी की सरकार बनाई. स्थायी सरकार आई तो 15 करोड़ लोगों को वह गैस भी मिल गई.
उपराष्ट्रपति ने कहा कि मेरा मन दुखी होता है, जब कोई कहता है कि भारत में क्या हो रहा है. वह कहते हैं कि यूपी इसका उदाहरण है कि यहां की सरकार बड़ा सोचती है. लोगों ने सोचा नहीं था कि यहां सब ठीक होगा. जब सीएम योगी मुख्यमंत्री बने तो लोग कहते थे, ला एंड ऑर्डर कितने दिन तक काबू में रहेगा.
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हम अमृतकाल में भारत को योगदान दे रहे हैं. युवाओं की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि यह आप तय करोगे कि 2047 में क्या होगा. उन्होंने कहा कि क्या हमारा देश कोई भी कलंकित कर देगा. 1 अप्रैल 2020 से 80 करोड़ से ज्यादा जनता को खाद्य सामग्री मिलती है. भारत के अंदर जो शासन व्यवस्था है वह देश हित पर केंद्रित है. उन्होंने आयुर्वेद के विद्वानों से आह्वान किया कि वे आर्युवेद को और ऊंचाइयों पर ले जाएं.
यह भी पढ़ें:Madhya Pradesh CM शिवराज सिंह चौहान पहुंचे मथुरा, पत्नी संग की गिरिराज जी के दर्शन किए