मेरठ:पश्चमी उत्तर प्रदेश में गुरुवार सुबह से रुक-रुक बेमौसम बारिश हो रही है. इससे पारा लुढ़क गया है. बेमौसम बारिश गेहूं, सरसों, सब्जियों के साथ ही बागबानी के लिए फायदेमंद है. यही कारण है कि बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे है, लेकिन, हल्की बूंदाबांदी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. पारा गिरने से ठिठुरन भी बढ़ गई है.
बेमौसम बारिश से जनजीवन प्रभावित, फसलों को होगा फायदा - meerut news
मेरठ में बेमौसम बारिश से पारा लुढ़क गया है. ये बारिश गेहूं , सरसों और सब्जियों के साथ ही बागबानी के लिए फायदेमंद है. लेकिन, हल्की बूंदाबांदी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
बेमौसम बारिश से खेतों में हुई सिंचाई
आपको बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछले दो दिन धूप निकलने बाद मौसम ने करवट ले ली है. गुरुवार सुबह बेमौसम बारिश ने आम जनता की मुश्किलें बढ़ा दीं तो किसानों के चेहरों पर मुस्कान आ गई. फरवरी माह के शुरू में हुई बारिश से गेहूं और सरसों की फसलों की बेहतर तरीके से सिंचाई हौ गई है. इससे इन फसलों की पैदावार बढ़ जाएगी. मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक समूचे उत्तर भारत में बारिश और ओलावृष्टि होने की संभावना जताई जा रही है. बेमौसम की बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. इससे क्षेत्र में ठंड बढ़ने के आसार हैं.