मेरठ.होली का पर्व देश में धूमधाम से मनाया जाता हैं. साथ ही दशकों से चली आ रही परंपराओं का भा पालन किया जाता है. कुछ ऐसा ही अनोखा नजारा जनपद के बिजौली गांव में देखने को मिला. यहां हर साल होली के दिन तख्त यात्रा निकाली जाती है.
अहम बात यह है कि इस यात्रा में युवा अपने मुंह को नुकीले औजारो से बांध लेते हैं. इसके बाद तख्त पर खड़े होकर पूरे गांव में उनका जुलूस निकाला जाता है. मान्यता है कि इस तख्त पर जो भी मन्नत सच्चे मन से मांगी जाती है, वह पूरी होती है. यह भी मान्यता है कि यदि यात्रा नहीं निकाली गई तो अनर्थ भी हो सकता है.
बिजौली गांव वासियों के मुताबिक यह परंपरा लगभग 500 साल पुरानी है. होली के दिन इस निर्वहन करते हुए गांव की 6 दिशाओं से 6 तख्त निकाले जाते हैं. इस पर गांव के ही कुछ युवाओं को नुकीले औजारो से बांधकर तख्त पर खड़ा किया जाता है और इन युवाओं को यात्रा के दौरान देवता स्वरूप माना जाता है.