मेरठ:यूपी में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ खूब जन सैलाब उमड़ा. इस यात्रा में एक शख्स ऐसा भी था वो जिधर से गुजर जाता उसके पीछे लोग हो लेते. कोई सेल्फी लेता तो कोई हाथ मिलाता और कोई उनका गर्म जोशी से अभिनन्दन करता. हूबहू कांग्रेस नेता व सांसद राहुल की तरह दिखने वाले इस शख्स को लोग देखते ही राहुल गांधी समझ लेते और राहुल गांधी जिंदाबाद, कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे भी लगाते. आइए मिलते हैं भारत जोड़ो यात्रा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने वाले राहुल गांधी के हमशक्ल जूनियर राहुल गांधी से जो कि मेरठ जिले के रहने वाले हैं.
ईटीवी भारत ने मेरठ के परीक्षितगढ़ के गांव सौन्दत के रहने वाले फैसल चौधरी के घर पर पहुंचकर उनसे बातचीत की. फैसल चौधरी कहते हैं कि वह बेहद ही खुश हैं कि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान देखने में आया कि इस यात्रा को भारी जनसमर्थन हर जगह मिला है. दिल्ली से वाया लोनी बॉर्डर जब यात्रा ने यूपी में प्रवेश किया तो लोगों को दो-दो राहुल गांधी यात्रा में दिखे. अपने नेता की एक झलक पाने वाले उनके समर्थकों में गजब का उत्साह था.
लोग चाहते थे कि राहुल गांधी के नोटिस में वह आएं. वहीं, मेरठ के फैसल जो कि कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी की तरह हूबहू दिखते थे, वह भी निरंतर आगे बढ़ते जा रहे थे. फैसल ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि सबसे पहले वह दिल्ली में जब बदरपुर बॉर्डर से भारत जोड़ो यात्रा गुजरी थी तब जुड़े थे. उसके बाद जब यात्रा लोनी बॉर्डर से यूपी में प्रवेश की तो वह लगातार इस यात्रा में साथ रहे. तभी वह लोगों की नजर में भी आए. फैसल ने बताया कि जब वह रास्ते में चल रहे थे तो लोग उन्हें राहुल गांधी समझते थे. क्योंकि, वे राहुल के हमशक्ल दिखते हैं. यही नहीं उन्होंने टीशर्ट भी वैसी ही पहनी थी, जैसी राहुल गांधी पहनते हैं.
लोग महापुरुषों की प्रतिमाओं पर लेकर जाते थे
फैसल ने बताया कि कई बार ऐसा भी हुआ कि कोई मंदिर या महापुरुष की प्रतिमा आती तो लोग कहते थे कि राहुल जी यहां माला चढ़ा दीजिए या पुष्प चढ़ा दीजिए. फैसल ने बताया कि वह भी ऐसा करते थे. ऐसा करने के बाद वह लोगों को बता देते थे कि असली राहुल गांधी अभी पीछे आ रहे हैं.
कांग्रेस से जुड़े हैं फैसल चौधरी
फैसल बताते हैं कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल जी से मिलने की कोशिश की थी. लेकिन, सुरक्षाकर्मी उन्हें मिलने नहीं देते थे. यात्रा में जाने की वजह पर उन्होंने बताया कि कांग्रेस से उनके परिवार का पुराना जुड़ाव है. वे खुद भी करीब तीन साल से कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं. वे बताते हैं कि पार्टी में जो भी उन्हें जिम्मेदारी दी जाती है, उसे वे पूरी शिद्दत से निभाते हैं.